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आज से शुरु हुई दिग्विजय की नर्मदा पदयात्रा, परिक्रमा से पहले पत्नी अमृता के साथ किया पूजन

मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने शनिवार यानी आज से अपनी...
आज से शुरु हुई दिग्विजय की नर्मदा पदयात्रा, परिक्रमा से पहले पत्नी अमृता के साथ किया पूजन

मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने शनिवार यानी आज से अपनी पत्नी अमृता सिंह के साथ नर्मदा पदयात्रा शुरु कर दी है। बरमान तट से नर्मदा पदयात्रा शुरू करने से पहले दिग्विजय ने सपत्नीक गोटेगांव में त्रिपुर सुंदरी मंदिर में पूजन किया।

यात्रा पूर्ण रूप से निजी, धार्मिक व आध्यात्मिक है

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से अपनी नर्मदा पदयात्रा की जानकारी दी। उन्होंने ट्विट किया, आज से मैं नर्मदा परिक्रमा प्रारम्भ कर रहा हूँ। यह यात्रा पूर्ण रूप से निजी धार्मिक व आध्यात्मिक है। आप सभी मित्रों से सहयोग की अपेक्षा है।

यात्रा में परिवार रहेगा साथ

बता दें कि यात्रा में उनके साथ बेटे जयवर्धन सिंह, बहू और भाई लक्ष्मण सिंह भी साथ रहेंगे। यात्रा के पहले दिन दिग्विजय तीन किलोमीटर का सफर तय करके बरमान तट से बरियाघाट पहुंचेंगे। यहां वे पूर्व सरपंच लाल साहब मिश्र के घर रात्रि विश्राम करेंगे।

रविवार सुबह अंडिया घाट पहुंचेंगे दिग्विजय

नर्मदा पदयात्रा के दूसरे दिन रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री सुबह 9 बजे अंडिया घाट पहुंचेंगे। इसके बाद 11 बजे लिंगा घाट और फिर शाम 4 बजे कोठिया घाट पहुंचेंगे। रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन 2 अक्टूबर को उनकी यात्रा जिले के ही बिछुआ गांव से शुरू होगी। दोपहर विश्राम के बाद 5 बजे वह भटेरा और खेड़ा खकरिया के बाद होशंगाबाद जिले में प्रवेश करेंगे।

बता दें कि दिग्विजय इस छह महीने की यात्रा में सरदार सरोवर बांध के विस्थापितों के मुद्दे उठाना चाहते हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इसके साथ उनकी नजर मध्यप्रदेश और गुजरात के आगामी विधानसभा चुनाव पर भी है।

70 वर्षीय दिग्विजय ने नर्मदा परिक्रमा की 3,300 किलोमीटर यात्रा के दौरान प्रदेश सरकार से उन्हें चलित शौचालय उपलब्ध कराने का अनुरोध किया किया था, लेकिन इस पर सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने की खबरों के सवाल पर दिग्विजय ने गुरुवार की शाम संवाददाताओं से कहा, ‘स्वच्छ भारत अभियान (एसबीए) के तहत कई तुगलकी फरमान जारी किए गए हैं, जिसमें लुंगी जब्त करने तक के प्रावधान हैं। इसलिए मैं नहीं चाहता कि इस यात्रा के दौरान कोई मेरी या मेरे साथियों की धोती (लुंगी) उठाए।’ दिग्विजय सिंह ने रांची नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे अभियान ‘हल्ला बोल, लुंगी खोल’ के संदर्भ में इस तरह का बयान दिया था। 

 

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