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'युवा आक्रोश' रैली में बोलें राहुल- सीएए पर बोलते है पीएम लेकिन बेरोजगारी पर एक शब्द नहीं

जयपुर में मंगलवार को ‘युवा आक्रोश' रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने...
'युवा आक्रोश' रैली में बोलें राहुल- सीएए पर बोलते है पीएम लेकिन बेरोजगारी पर एक शब्द नहीं

जयपुर में मंगलवार को ‘युवा आक्रोश' रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को देश की अर्थव्यवस्था, गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) और रोजगार के मुद्दों पर जमकर घेरा।

राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने युवाओं से दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था। लेकिन, पिछले साल देश के एक करोड़ युवाओं का रोजगार छिन गया है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री जहां जाते हैं वे सीएए, एनआरसी की बात करते हैं लेकिन बेरोजगारी पर प्रधानमंत्री एक शब्द भी नहीं बोलते हैं। साथ ही उन्होने कहा कि शर्मनाक बात है कि यूपीए की सरकार खत्म होने के बाद से आर्थिक विकास गिरा है और पीएम जीएसटी को नहीं समझ सके हैं। 

‘भारत दुनिया की रेप राजधानी’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रैली से युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपको अपनी आवाज नहीं दबानी चाहिए। हमें रोजगार के मुद्दों को बात करनी होगी। क्योंकि, यही देश का भविष्य है। उन्होंने कहा कि भारत की छवि दुनिया में एकता, प्रेम और भाईचारा वाली रही है। जबकि पाकिस्तान घृणा और विभाजन के लिए जाना जाता था। देश की इस छवि को नरेंद्र मोदी ने नुकसान पहुंचाया है। आज, भारत को दुनिया की ‘बलात्कार राजधानी’ माना जाता है।

‘नोटबंदी फायदेमंद या नुकसानदायक’

राहुल गांधी ने कहा कि 8 साल के बच्चों से भी यदि आज पूछा जाए कि नोटबंधी से फायदा हुआ या नुकसान तो बच्चे कहेंगे कि नुकसान हुआ। भारत चीन के साथ अर्थव्यवस्था को टक्कर दे रहा था, लेकिन अब दुख की बात है कि चीन ने हमें बहुत पीछे छोड़ दिया है। पूरी दुनिया यह बात जानती है कि अगर कोई है जो चीन को टक्कर दे सकता है, तो वह भारत का युवा है। उन्होंने कहा कि युवा भारत की सबसे बड़ी संपत्ति हैं लेकिन, देश आज इस संपत्ति को बर्बाद कर रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार भारत की छवि को धूमिल कर रही है।

छात्रों ने किया दावा

वहीं, ज्ञानदीप पीजी कॉलेज के छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की 'युवा आक्रोश' रैली में शामिल होने के लिए निर्देश दिया गया था। इन आरोपों का खंडन करते हुए प्रिंसिपल अंजना अग्रवाल ने कहा, "इसके बारे में कॉलेज प्रशासन द्वारा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया था, न ही कोई अधिसूचना जारी की गई थी। यदि कोई छात्र रैली में भाग लेने के लिए क्लास को नहीं आया होगा तो मैं कार्रवाई करूंगी।" उन्होंने कहा, "एक बार जब छात्रा कॉलेज परिसर में प्रवेश कर जाते है तो छात्रों को कक्षा में रहना पड़ता है। हालांकि, कॉलेज दोपहर 2:30 बजे खत्म होने के बाद हम किसी को भी कहीं जाने से नहीं रोक सकते।"

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