Advertisement

विधायक को जूता मारने वाले भाजपा सांसद का टिकट कटा लेकिन फिर भी फायदे में

अपनी ही पार्टी के विधायक को मीटिंग के दौरान जूता मारने वाले सांसद शरद त्रिपाठी का टिकट भारतीय जनता...
विधायक को जूता मारने वाले भाजपा सांसद का टिकट कटा लेकिन फिर भी फायदे में

अपनी ही पार्टी के विधायक को मीटिंग के दौरान जूता मारने वाले सांसद शरद त्रिपाठी का टिकट भारतीय जनता पार्टी ने काट दिया है। बीजेपी ने संतकबीरनगर लोकसभा सीट से शरद त्रिपाठी का टिकट काटते हुए प्रवीण निषाद को मौका दिया है। हालांकि, शरद त्रिपाठी का कुछ खास नुकसान होता नहीं दिख रहा क्योंकि उनके पिता व यूपी बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी को बीजेपी ने देवरिया सीट से उम्मीदवार बनाया है। इस तरह बीजेपी ने त्रिपाठी परिवार से किसी एक को टिकट दे ही दिया है। यह घर का टिकट घर में ही रहने वाली बात हो गई। सूत्रों के मुताबिक, देवरिया सीट से भाजपा सांसद कलराज मिश्र अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे। कलराज मिश्र उम्र की वजह से इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे।

विधायक राकेश बघेल के साथ हुई थी जूतमपैजार

बीते मार्च महीने में एक बैठक में संतकबीरनगर से बीजेपी के सांसद शरद त्रिपाठी हिस्सा ले रहे थे। इस बैठक में इलाके के बीजेपी विधायक राकेश बघेल समेत संत कबीरनगर के जिलाधिकारी और योगी सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन भी मौजूद थे। भरी सभा में दोनों नेताओं के बीच किसी बात को बहस शुरू हुई और नौबत मारपीट तक पहुंच गई।

वीडियो हुआ था वायरल

मीटिंग का जो वीडियो सामने आया था, उसमें सांसद शरद त्रिपाठी अपने पैर से जूता निकालकर विधायक राकेश बघेल को मारते हुए नजर आ रहे थे। जूते से मारने खाते हुए विधायक राकेश बघेल ने भी सांसद शरद त्रिपाठी पर हाथ उठाया था। पुलिस को दोनों नेताओं के बीच मामला सुलझाना पड़ा था। इसके बाद विधायक ने अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया था।

प्रवीण निषाद ने जीती थी गोरखपुर सीट

प्रवीण निषाद ने गोरखपुर सीट पर हुए उपचुनाव में सपा के टिकट पर बसपा के समर्थन से बीजेपी प्रत्याशी को हराया था। उनकी यह जीत पूरे देश में चर्चा का विषय बनी थी। लेकिन हाल ही में प्रवीण निषाद ने अपने पिता के साथ बीजेपी से गठजोड़ कर लिया था, जिसके बाद अब उन्हें शरद त्रिपाठी की जगह संतकबीरनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया गया है। गोरखपुर से भाजपा ने भोजपुरी अभिनेता रवि किशन को प्रत्याशी बनाया है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement