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मकान मालिक ने अपनी वसीयत की किरायेदार के नाम, 1.5 मिलियन डॉलर की थी जायजाद

सोचिए, क्या कोई अपनी करोड़ों की वसीयत अपने परिवार वालों के नाम ना कर किसी और के नाम कर सकता है... शायद...
मकान मालिक ने अपनी वसीयत की किरायेदार के नाम, 1.5 मिलियन डॉलर की थी जायजाद

सोचिए, क्या कोई अपनी करोड़ों की वसीयत अपने परिवार वालों के नाम ना कर किसी और के नाम कर सकता है... शायद नहीं? लेकिन इंग्लैंड के एक शख्स ने ऐसा ही किया। उसने अपनी मौत से पहले अपनी करोड़ों की जायजाद अपने दो किरायेदार के नाम कर दी।

ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक 94 साल के विंफोर्ड हॉज नाम के शख्स ने मरते वक्त अपनी वसीयत अपनी पत्नी जॉन थॉम्पसन के नाम नहीं किया बल्कि किरायेदारों को अपनी संपत्ति का मालिक बनाया।

इसलिए पत्नी के बजाय किरायेदारों का  खुला भाग्य...

42 साल एक-दूसरे के साथ रहने के बाद भी हॉज ने अपनी पत्नी के साथ ऐसा क्यों किया ये उन्होंने वसीयत में लिखा है। वसीयत के अनुसार हॉज का कहना था कि उनके अंतिम पलों में दोनों किरायेदारों ने उनकी बहुत सेवा की। जबकि उनके चार बच्चे और पत्नी उन्हें अकेला छोड़कर चले गए थे। हालांकि उनकी पत्नी आर्थिक रूप से मजबूत थी लेकिन उनके लिए  बैंक अकॉउंट में मात्र 2.5 डॉलर ही छोड़ा।

मरते वक्त हॉज  की कुल प्रॉपर्टी की कीमत 1.5 मिलियन डॉलर से भी ज़्यादा थी। जिसे उन्होंने अपने दो किरायेदारों के नाम कर दिया। इसके बाद हॉज की पत्नी को अपने घर के बजाय एक नर्सिंग होम में रहने को मजबूर होना पड़ा।

वसीयत में बदलाव

हालांकि वसीयत में हॉज ने अंतिम समय में अपने किरायेदारों कार्ला इवांस और एगोन बेरिशा के लिए अपना सब कुछ छोड़ा क्योंकि उन्होंने बिना भुगतान किए उनके सभी कामों को पूरा किया। लेकिन वहां की अदालत ने उनकी पत्नी की हालत को देखते हुए वसीयत को बदलने का फ़ैसला किया। नई वसीयत के मुताबिक थाम्पसन को रहने के लिए ढाई लाख डॉलर की कीमत वाला एक कॉटेज और जीवन यापन के लिए 1.9 लाख डॉलर कैश दिया गया।

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