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'इंटरनेट' पर छाया त्रिपुरा के सीएम का महाभारत वाला बयान

भारतीय जनता पार्टी के मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक अपने 'पौराणिक ज्ञान' की वजह से चर्चा में रहते हैं।...
'इंटरनेट' पर छाया त्रिपुरा के सीएम का महाभारत वाला बयान

भारतीय जनता पार्टी के मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक अपने 'पौराणिक ज्ञान' की वजह से चर्चा में रहते हैं। वे अक्सर बताते हैं कि भारत के पास सब कुछ पहले से ही था। ताजा मामला त्रिपुरा के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री बिप्लब देब का है।

बिप्लब देब ने बताया है कि भारत में टेक्नोलॉजी महाभारत के समय से विकसित है। महाभारत के दौरान इंटरनेट, सैटेलाइट जैसी सुविधाएं उपलब्ध थीं क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो संजय धृतराष्ट्र को युद्ध का विवरण कैसे सुनाते।

बिप्लब देब ने बाद में अपने बयान का बचाव किया। उन्होंने कहा कि ‘संकीर्ण’ सोच वाले लोगों के लिए इस पर विश्वास करना कठिन है।

इससे पहले भाजपा नेता हर्षवर्धन ने कहा था कि स्टीफन हॉकिंग ने भी माना था कि आइंस्टीन की थ्योरी से आगे वेद हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी भी भगवान गणेश और सर्जरी वाले बयान को लेकर चर्चा में आए थे। पुष्पक विमान को लेकर तमाम दावे भाजपा के कई नेता करते ही रहे हैं।

अब बिप्लब देब का यह 'इंटरनेट' वाला बयान इंटरनेट पर ही छा गया है। लोग सोशल मीडिया पर इसे लेकर व्यंगात्मक टिप्पणियां कर रहे हैं। साथ ही वो ये संभावनाएं भी तलाश रहे हैं कि महाभारत काल में अगर इंटरनेट होता तो क्या होता?

देब के इस बयान पर कई जोक और मीम्स बन चुके हैं।

एक ट्विटर हैंडल ने एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि प्राचीनकालीन लैपटॉप में महाभारत देखते लोग।

असिस्टेंट प्रोफेसर और ऑथर ऑड्रे ट्रुश्क ने कुछ व्यंग्यात्मक सवाल उठाए। उन्होंने लिखा कि अभिमन्यु ने चक्रव्यूह भेदने का तरीका कोरा (Quora) पर क्यों नहीं जान लिया? साथ ही उन्होंने कहा कि वेद व्यास ने महाभारत ट्विटर थ्रेड पर लिखी थी।

साथ ही एक यूजर ने भाजपा नेताओं को सलाह दे डाली, जिस पर अगर पार्टी अमल करे तो शायद ऐसी फजीहतों से बच सकती है।

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