Advertisement

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने एग्जिट पोल को नकारा, कहा- ये वास्तविक परिणाम नहीं

तीन दिनों के बाद लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे सामने होंगे लेकिन इसकी एक तस्वीर एग्जिट पोल के तौर पर सामने आई...
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने एग्जिट पोल को नकारा, कहा- ये वास्तविक परिणाम नहीं

तीन दिनों के बाद लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे सामने होंगे लेकिन इसकी एक तस्वीर एग्जिट पोल के तौर पर सामने आई है, जिसमें बीजेपी और एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है। विपक्ष ने जहां ऐसे सारे एग्जिट पोल को नकार दिया है। वहीं अब पूर्व बीजेपी नेता और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी एग्जिट पोल के नतीजों पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि एग्जिट पोल कभी भी सटीक परिणाम नहीं बताते हैं।

एग्जिट पोल को बताया गलत, इतिहास पर खड़े किए सवाल

वेंकैया नायडू ने एग्जिट पोल को गलत बताते हुए उनके इतिहास पर ही सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि 1999 से अगर देखें तो ज्यादातर एग्जिट पोल गलत साबित हुए हैं। नायडू ने गुंटूर में एक बैठक के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हर पार्टी अपनी जीत के लिए सोचती है। हर उम्मीदवार 23 मई तक अपनी जीत को लेकर कॉन्फिडेंट रहता है।

देश को एक लायक नेता और मजबूत सरकार की जरूरत

नायडू ने कहा कि देश को एक लायक नेता और मजबूत सरकार की जरूरत है, फिर चाहे वो कोई भी हो। यही देश की असली जरूरत है। समाज में बदलाव राजनीतिक दलों से ही शुरू होना चाहिए। नायडू ने कहा कि अगर देश को मजबूत बनाना है और कुछ बदलाव करना है तो लोगों, उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभानी जरूरी है।

राजनीति में खत्म होती जा रही है नम्रता

फिलहाल जो राजनीति हो रही ही है उसमें नम्रता खत्म होती जा रही है। नेताओं के भाषणों में काफी ज्यादा नफरत नजर आती है। उन्होंने व्यक्तिगत दुश्मनी पाल रखी है, लेकिन एक नेता दूसरे नेता का दुश्मन नहीं होता है, वो सिर्फ एक दूसरे के प्रतिद्वंदी होते हैं. इसी मूल बात को वो भूल जाते हैं।

वेंकैया नायडू ने संसद और विधानसभा में सांसदो और विधायकों के व्यवहार पर भी बात की। उन्होंने कहा, हम देखते हैं कि लगभग सभी दलों के सांसद-विधायक संसद और विधानसभा में आने के बाद कैसा व्यवहार करते हैं। पंचायत स्तर के नेता भी उन्हीं को फॉलो करते हैं।

विपक्षी नेताओं ने एक्जिट पोल की सटीकता पर उठाए सवाल

वेंकैया नायडू से पहले एक्जिट पोल आने तुरंत बाद नेताओं ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। चूंकि ज्यादातर सर्वेक्षणों में एनडीए को बहुमत मिलने की संभावना जताई गई। ज्यादातर एक्जिट पोल ने सत्ताधारी भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की वापसी के संकेत दिए। ऐसे में जहां भाजपा के नेता खुश हैं तो वहीं विपक्षी दलों के नेताओं ने सर्वेक्षणों पर संदेह जताया है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad