किसानों को कर्ज मुक्त करने का कांग्रेस ने किया था वादा
घटती सरकारी नौकरियों और बरसों तक लाखों पदों को न भरने की केंद्र और राज्य सरकारों की लापरवाही के बीच यह कदम कितने लोगों को फायदा पहुंचा पाएगा? लेकिन चुनाव जीतने के लिए सब कुछ जायज जो है
अखिलेश और मायावती की मुलाकात के बाद तेजी से घूमा सियासी चक्र
सुशासन बाबू के राज में जमीन अधिग्रहण न हो पाने या दबंगों के कब्जे और घपले-घोटालों में दशकों से लंबित केंद्रीय परियोजनाएं
विवादास्पद आइपीएस कल्लूरी को अहम पद देने से उठ रहे सवाल
आम चुनाव के मद्देनजर किसान आया केंद्र में तो दलीलें भी तरह-तरह की उभरीं, क्या हैं राजनैतिक समीकरण और क्या है समाधान
देश के किसानों पर कैसे-कैसे बढ़ा कर्ज, यह है लगातार कर्ज से कर्ज की दौड़
शर्तों में बार-बार बदलाव, 29 लाख किसानों को अब तक नहीं मिला कर्जमाफी का फायदा
सरकार के दावे के मुताबिक किसानों को फायदा नहीं, गाइडलाइन पर उठे सवाल
कमलनाथ ने किया कर्जमाफी का ऐलान, लेकिन सभी किसानों को फायदे की उम्मीद कम
मौसम और कीमत में गिरावट से खड़े होने वाले जोखिम से सुरक्षा के लिए नीतिगत कदम उठाए जाएं
इससे किसानों के एक वर्ग को कुछ फौरी राहत जरूर मिलती है लेकिन इससे संकट बढ़ता ही है
आज के दौर में कर्जमाफी राजनैतिक नहीं बल्कि जरूरत भरा कदम, तभी मिलेगी किसानों को राहत
भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर रचा इतिहास, चार मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत के नायक रहे तेज गेंदबाज और पुजारा
कट्टर राष्ट्रवाद, खास विचारधारा से ओत-प्रोत राजनैतिक किरदार वाली फिल्में क्या विशेष विचार को स्वीकृति दिलाने की कोशिश?
दक्षिण भारत की समृद्ध परंपरा से अछूते उत्तर भारत ने एक सेमिनार से जाना वहां की नृत्यकला को
हालिया चुनाव में अवामी लीग की अगुआई वाले महागठबंधन की बड़ी जीत भारत के लिए सुखद लेकिन चुनौतियां भी हैं कई
मोदी सरकार के रक्षा सौदे का रहस्य गहराया, बना चुनावी सियासत का मुद्दा
आर्थिक आधार पर आरक्षण के प्रस्ताव के जरिए सवर्णों और पार्टी दिग्गजों को महती जिम्मेदारी देकर की नाराजगी दूर, आम चुनाव जीतने का तैयार किया फॉर्मूला
पंजाब, हरियाणा में बंद हुए जीरो बैलेंस वाले 16 लाख खाते
नई सोच से युवा बदल रहे हैं सामाजिक सरोकार, संस्कृति, व्यवसाय और राजनीति मगर चुनौतियां कई
कांग्रेस ने संपूर्ण कर्जमाफी का वादा किया। ऐसे में अब दो लाख रुपये की सीमा तय करने का क्या मतलब है? जिन राज्यों में कर्जमाफी हुई है, वह भी आधी-अधूरी ही है
सांसद और स्वाभिमानी शेतकारी संघटना के प्रमुख राजू शेट्टी से कंचन श्रीवास्तव की बातचीत के कुछ अंशः
द्योगपति समाजसेवी एम.आर. मोरारका के जीवन फलक पर दृष्टि डालने पर यही सिद्ध होता है
अवैज्ञानिक दृष्टिकोण न सिर्फ संविधान की अवेहलना करता है बल्कि विकास को पीछे धकेल देता है
ऐतिहासिक इमारत में शिल्पकार बुनकर हुए सम्मानित
बड़ा कर्जदार जब तक इंडिया में होता है, बहुतों को अपने साथ उड़ाता है। बाद में खुद उड़ लेता है वहां, जहां से उसके लौटने की बस आशा ही रह जाती है
कलकत्ता के सिने आकाश में चमकते बंगत्रयी में से मृणाल सेन को उनका स्पष्ट दृष्टिकोण बनाता था खास