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मैगज़ीन डिटेल

नशे की गुत्थी और उलझी

पंजाब में नशे से मौतों का सिलसिला बढ़ा तो पड़ाेसी हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल, जम्मू में भी बेरोजगार पीढ़ी लत में लस्त-पस्त

दशक गंवाने का खतरा

यही सब चलता रहा तो यकीनन हम एक पूरा दशक गंवा बैठेंगे। आर्थिक दुर्दशा बढ़ रही है। मॉब लिंचिंग कानून का राज खत्म कर रही है। सामुदायिक खाई बढ़ती जा रही है। यह सब तो हमें पिछली शताब्दी के आठवें दशक की ओर धकेल रहा है

“सप्लाई चेन टूटी, नतीजे जल्द”

नशे के खिलाफ मुहिम के साथ मौतों का सिलसिला बढ़ने पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से बातचीत के अंशः

सामाजिक पहल भी जरूरी

पंजाब के सीमावर्ती जिलों में तो लगभग 40 फीसदी युवा केमिकल्स ड्रग्स के लती हो चुके हैं

इलाज के हक की लंबी लड़ाई

दो दशक के संघर्ष ने कमजोर तबके के ल‌िए खोला दिल्ली के निजी अस्पतालों में न‌िःशुल्क इलाज का रास्ता, मगर मुश्क‌िलें कम नहीं

शिवराज की घोषणाओं से कर्ज में सरकार

कैग की रिपोर्ट में प्रदेश पर 31 मार्च 2018 तक 1.83 लाख करोड़ का कर्ज

नजीर बना अदालती फैसला

12 साल से कम उम्र की बच्ची से दुष्कर्म मामले में राजस्थान में सुनाई गई फांसी की पहली सजा, जबकि देश में ऐसा दूसरा मामला

57 साल बाद भी जख्म हरे

पौंग बांध से विस्‍थापित 16 हजार परिवारों में से आधे से ज्यादा को अब भी पुनर्वास और मुआवजे का इंतजार

परदे पर पस्त हरियाणवी सिनेमा

बॉलीवुड तो हरियाणवी तहजीब से लबरेज कहानियों और गीतों-धुनों पर झूमा, पर हरियाणा की अपनी फिल्मों का हाल-बेहाल

जीतेगा ब्रांड ही

जब सब कुछ खत्म हो जाएगा ताे आखिर में सिर्फ ब्रांड ही बचेगा

अविश्वास उन्नीस!

मोदी सरकार के खिलाफ प्रस्ताव से संसद में अगले महा-मुकाबले की मोर्चेबंदी के खुले सूत्र

सूरमा या सूत्रधार बनने की पेशकदमी

राहुल गांधी के नए तेवरों और सियासी परिपक्वता के प्रदर्शन से कांग्रेस नए जोशोखरोश के साथ बड़ी लड़ाई में जुटी मगर चुनौतियां भी कई

अस्पष्ट नीतियों के जरिए श्रेष्ठता की तलाश

उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए चार साल में सरकार की कई पहल, फिर भी वर्ल्ड रैंकिंग के टॉप 200 में एक भी संस्थान नहीं

जम्हूरियत की जद्दोजहद

चुनावी चौसर ऐसा बिछाया गया कि नतीजों से नहीं टूटती पाकिस्तान पर फौज की जकड़बंदी

डेढ़ गुना दाम की असलियत

कमतर लागत के आधार पर एमएसपी में 50 फीसदी बढ़ोतरी के दावे से क्यों संतुष्ट नहीं किसान

हिंदी का दधीचि

आज जो हिंदी साहित्य पढ़ा-लिखा जा रहा है, उसको बनाने में शिवपूजन सहाय का अभूतपूर्व योगदान है

नए विमर्श के सामने सवाल

नई वैचारिकी को वातानुकूलित कमरों में अंग्रेजी गिटपिट से बाहर निकल कर कच्ची बस्तियों में जाना होगा

कार्टून की दुनिया

यह किताब इस मायने में उल्लेखनीय है कि यह बहुत शुरू से लेकर अंत तक राजिंदर पुरी के काम का लेखा-जोखा रखती है

कामयाबी की उड़ान

हौसलानामा एक ऐसे सकारात्मक चिंतन का पर्याय है, जिस पर किसी भी कामयाबी की गहरी बुनियाद रखी जा सकती है

स्त्री और परंपरा

पौराणिक आख्यानों पर आलोचनात्मक विचार किए बिना नारी-विरोधी अपराधों में कमी की उम्मीद बेमानी

वाचिक कविता की बड़ी आवाज

नीरज अपने प्‍यार के लिए बदनाम भी हुए पर प्‍यार की पैरवी करनी नहीं छोड़ी

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