कहीं कतार टूटी तो किसी ओर बढ़ा रुझान, कुछ अनूठे कोर्स भी उभरे इंजीनियरिंग कॉलेजों में कुछ मायूसी, मेडिकल की सीटों की ओर छात्रों का रुझान तेजी से बढ़ा और कुछ अनजाने पाठ्यक्रम रैंक में ऊपर उठे, इस साल हमारी रैंकिंग से उभरी कहानी में कई दिलचस्प और अनोखे पहलू
चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं का बुनियादी दायित्व देश के लोगों के प्रति जवाबदेह बने रहना है, न कि किसी राजनैतिक दल या सरकार के, क्योंकि उनमें भरोसा डिगा तो लोकतंत्र पर संकट छा जाएगा
शिक्षा क्षेत्र में आ रहे बदलाव को लेकर छात्रों को सजग रहने की जरूरत
एक ऐसी नौकरी जहां आपको रोजाना 500-600 कप चाय चखनी पड़े और उसके बदले अच्छाआ-खासा पैसा भी मिले! सुनने में बेहद दिलचस्प नहीं लगता? मगर टी टेस्टर बनने के लिए आपको किसी यूनिवर्सिटी या संस्थागन से प्रमाणित कोर्स करना होगा। इस पैकेज में हम भारत के शिक्षण संस्थाानों में चलाए जा रहे 8 सर्वाधिक अजीबोगरीब पाठ्यक्रमों से रूबरू करवाएंगे। इसमें कठपुतली कला में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम (मास्टकर्स कोर्स अब तक नहीं है) से लेकर फूड फ्लेवरिंग में डॉक्टसरेट तक तमाम ऐसे कोर्स हैं जो आपके कॅरिअर के लिए नया दरवाजा खोल सकते हैं।
आइआइटी की साख में गिरावट से उच्च शिक्षा में पैदा हो सकती है सरकारी और प्राइवेट स्कूलों वाली स्थिति, आलीशान स्कूलों और टॉप कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले सुविधासंपन्न वर्ग का बढ़ सकता है बोलबाला
घाटी के छात्रों के बीच पढ़ाई के लिए देश के विभिन्न राज्यों और बांग्लादेश तथा मध्य-पूर्व के देशों में जाने का बढ़ा चलन
खेल-खेल में सीखने की प्रक्रिया हो जाती है मनोरंजक, लेकिन इसका मूल्यांकन भी जरूरी
नई पीढ़ी के ऐसे कई शास्त्रीय संगीतकार और नर्तक हैं, जिन्होंने अपनी कला साधना और पेशे (काफी हद तक इंजीनियरिंग) के बीच गजब का संतुलन बनाया
सीखने, खोजने की बढ़ती लालसा से ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को लेकर रुझान बढ़ा, लेकिन कोर्स पूरा करने की गंभीरता न होना बनी समस्या
नए अवसरों से बढ़ी डिजाइनिंग के पाठ्यक्रमों की मांग, देश-विदेश में कॅरिअर शुरू करने की अपार संभावनाएं
आरोप-प्रत्यारोप के बीच रोड शो से जनता तक पहुंचने की कवायद
चुनावी साल में विकास यात्रा पर निकले रमन सिंह, 65 सीटों का टारगेट पूरा करने के लिए बस्तर, सरगुजा जैसे इलाकों में लगा रहे जोर
मंडियों में कई दिनों तक उपज की तौल न होने से सरकारी दावों और नीतियों की खुली पोल, लहसुन पर तो भावांतर योजना की ही मार
राष्ट्रमंडल खेलों में असाधारण प्रदर्शन के बाद देश में टेबल टेनिस को लेकर सोच में आया व्यापक बदलाव
नया इतिहास बनाने की जैसी कोशिश चल रही है उससे तो लगता है कि आनंद बख्शी ने सैंतीस साल पहले आज की परिस्थिति को देख लिया था
अब उपचुनावों पर भी पूरी जोर आजमाइश होने लगी तो समझिए दोनों तरफ तैयारी और रणनीतियां आखिरी चरण में
पेट्रोल-डीजल की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई और रुपया रिकॉर्ड निचाई पर, मगर केंद्र और राज्य सरकारें टैक्स न घटाने के लिए एक-दूसरे को दोषी बताने में लगीं
29 जून को रिलीज हो रही ‘संजू’ शत-प्रतिशत सफलता की गारंटी माने जाने वाले फिल्म निर्देशक राजकुमार हीरानी की अग्निपरीक्षा सरीखी भी
तलाक के विभिन्न धर्मसम्मत तरीकों को सरल और सहज ढंग से समझाती है ‘टिल तलाक डू अस पार्ट’