लुप्तप्राय हस्त कला को आधुनिक रूप देकर मधुबनी के धीरेंद्र कुमार ने दिलाई वैश्विक पहचान, गांव की गरीब और अशिक्षित महिलाओं की बदली जिंदगी
गुजरात के चुनाव में किसी भी दूसरे मुद्दे से ज्यादा अहम आर्थिक मुद्दे हैं। नोटबंदी के बाद जीएसटी का लागू होना देश भर में आर्थिक मुद्दों पर नई बहस लेकर आया है
तथाकथित दूसरी आजादी कहे जाने वाले जीएसटी का यूटोपिया सौ दिन में ही ध्वस्त होने लगा, त्योहारी सीजन में बाजार सूने और अर्थव्यवस्थाू ने लगाया गोता
छोटे निर्यातकों के काम ठप होने से उत्तर भारत के प्रमुख केंद में सन्नाटा
खेल का सामान बनाने वाले से लेकर कपड़ा और चमड़ा उद्योग से जुड़े कारोबारियों समेत कामगारों की बढ़ती जा रही है परेशानी। रोजगार के अवसर भी हो सकते हैं कम
कभी ग्रोथ से अर्थशास्त्रियों को अचंभित करने वाले एक्सपोर्टर्स के पास चंदा देने के भी पैसे नहीं, जीएसटी के प्रावधानों से कारोबारियों में भ्रम
अगर आप एक करोड़ रुपये से ऊपर टर्नओवर वाले कारोबार को भी इनफॉर्मल मानना चाहते हैं तो हां, उन पर बोझ बढ़ा है
राज्य फुटबॉल संघ की गतिविधियों की मॉनीटरिंग का नहीं है तंत्र
दर्शक स्क्रीन पर आदर्शवाद का अतिरेक देखना नहीं चाहते। आज के नायक सच्चाई के करीब हैं, जैसे दर्शकों को जो उन्हें देख रहे हैं, उन्हें ऐसा हीरो चाहिए जिससे वे खुद को जोड़ सकें
जेपी को संगीत में परिवेश के यथार्थ और बिंबों को उभारने में महारत हासिल थी
दो दशकों में पहली बार भाजपा गुजरात में नर्वस दिख रही है तो कांग्रेस के आक्रामक तेवर उसे शुरुआती बढ़त दिला सकते हैं
बदलते समीकरण से दिलचस्प हुई भाजपा-कांग्रेस की लड़ाई
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले घाटी में सभी पक्षों से बिनाशर्त बातचीत की केंद्र की कोशिशों पर भागवत ने डाला पानी, भाजपा में उभरे दो तरह के बोल
कम होने लगीं अच्छे वेतन वाली नौकरियां, आइटी कंपनियों से लेकर दूसरे क्षेत्रों का बुरा हाल, खाड़ी देशों में भी कम हो रहे हैं अवसर
वन मंत्री के माफी मांगने के बाद गरम हुई तमिलनाडु की राजनीति, जयललिता की मौत के हालात की जांच करेंगे हाइकोर्ट के पूर्व जज
अनुभवों से सीख मिलती है कि मुख्यमंत्रियों की सेहत के लिए डॉक्टरों का लाव-लश्कर होना ही पर्याप्त नहीं
रमन सिंह ने धान और तेंदूपत्ता बोनस से मैदानी और आदिवासी इलाके के मतदाताओं को साधने की बनाई रणनीति, अगले साल होने हैं विधानसभा चुनाव
असहमति की आवाजों की अभिव्यक्ति देने की जगहों को लगातार सत्ता-प्रतिष्ठान से दूर करना अलोकतांत्रिक
राहुल पूरी तरह से देश को समर्पित हैं। उनसे पूछा गया कि उनका धर्म क्या है तो उन्होंने कहा, तिरंगा मेरा धर्म है। वह हमेशा देश और पार्टी के भले की सोचते हैं
डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए हमने डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की उम्र 60 वर्ष से 62 कर दिया, जिसे 65 वर्ष करने की योजना है
पुस्तक का हर भाग विचारोत्तेजक, विरोधात्मक और खोजात्मक भाव लिए हुए है
शरच्चंद्र आरोलकर जितने बड़े गायक थे, उतने ही बड़े ताल-विद्वान भी थे
प्रतिकूल शुल्क ढांचे और आयात पर अत्यधिक जोर के कारण तबाह हो चुके मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर और छोटे उद्योगों को बढ़ावा, श्रम सघन उद्योगों को विशेष पैकेज और शिक्षा तथा स्वास्थ्यो क्षेत्र में सार्वजनिक व्यय बढ़ाने की दरकार
एफडीआइ और पश्चिम के नाकाम पूंजीवादी मॉडल पर फोकस से खेती-बाड़ी, छोटे उद्योग और काम-धंधे तबाह, फौरन सरकार रवैया बदले वरना संकट विकट
करोड़ों बच्चे भोग रहे हैं यौन उत्पीड़न का संताप, करीबी ही बना रहे हैं बच्चियों को निशाना