वक्त बदल रहा है, तंज और व्यंग्य सिमट रहा है तो स्टैंड-अप कॉमेडियन की वनलाइनर का बाजार बेतहाशा उछाल ले रहा है और चांदी काटने का धंधा बन रहा
हम चंद्रमा के बाद मंगल मिशन की तैयारी में लगे हैं और कथित तौर पर ऑटो के किराये से कम कीमत पर मंगलयान भेजने की क्षमता रखते हैं लेकिन देश में इतनी बड़ी संख्या में बच्चों को बेमौत मरने के लिए भी छोड़ देते हैं।
...मगर न सरकार का कसूर, न अधिकारियों का और न ऑक्सीजन आपूर्ति बंद करने वाली कंपनी का, सबके पास अपनी-अपनी निर्लज्ज सफाई, मासूम बच्चों की यह मौत उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं का भी आईना
किसान ही नहीं, अधिकारियों तक को स्पष्ट नहीं कि क्या और किसका कर्ज माफ होगा, सो, अफरा-तफरी का माहौल
छत्तीसगढ़ में अरसे से कांग्रेस के पाले में रहे आदिवासियों पर भाजपा की तीखी निगाह, अजित जोगी के जाति मामले ने भी बढ़ाई सक्रियता
मुख्यमंत्री के बुलावे और वादे पर भोपाल पहुंचे किसानों की सुध लेने वाला दो महीने बाद भी कोई नहीं
चारा घोटाले से बड़े सृजन घोटाले के उजागर होने से सुशासन बाबू और भाजपा के दावों पर संदेह उभरा, विपक्ष को हमले का मौका मिला
आज के हास्य में अशिष्टता, अनादर बढ़ गया है। अब तो लोग खिल्ली से दिल की बिजली जला रहे हैं
हास्य-व्यंग्य की दुनिया बहुत बदली है, नए माध्यमों ने न सिर्फ विधा को बदला बल्कि सोच को भी पलट दिया है और यही सोच हर जगह तारी है
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मणिपुर, नगालैंड और मिजोरम में सपना बना प्रथ्ाम श्रेणी क्रिकेट
चंद्रकांत देवताले हिंदी कविता में उत्तरदायित्व अंगीकार करने वाले कवियों की परंपरा के कवि रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के कई राज्यसभा सांसदों को इस बात पर डांट पड़ गई कि वे संसद से गायब थे।
रशीद अत्रे ऐसे संगीतकार थे जिन्होंने गजलों को फिल्मों में विशिष्ट बनाया
भारत-चीन सीमा औपनिवेशिक दौर की संधियों और पुराने राष्ट्रवाद की पृष्ठभूमि में तय हुई, वही डोकलाम पर नए विवाद का कारण, सामरिक-आर्थिक बढ़त चीन की जरूर पर उसे भी जंग से बड़े सपने पर उसी तरह कुठाराघात की आशंका जैसे हमें। भारत अभी शांत मगर हालात कभी भी खतरनाक मोड़ ले सकते हैं
ऐतिहासिक इमारतों के सौ मीटर के दायरे में निर्माण करने की मंजूरी से जीवंत प्रतीकों पर खतरे के बादल
कामयाबी के शिखर को छूने के बाद कैसे आर्थिक संकट से घिरा जेपी का साम्राज्य
विनोद मेहता मेमोरियल लेक्चर और आउटलुक स्पीकआउट अवार्ड्स
आखिर लंबे समय से चली आ रही एक विवादास्पद रवायत को सुप्रीम कोर्ट ने 3-2 के फैसले से विराम दे दिया।
लालू-नीतीश की टकराहट को शरद यादव ने तमाम विपक्षी दलों को एकजुट करने का मौका बनाया मगर कई सियासी सवाल बाकी
आउटलुक स्पीकआउट पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ प्रशासक के पुरस्कार विजेता मुख्यमंत्री पटनायक से आउटलुक ने बात करके जानने की कोशिश की कि उनकी कामयाबियों के पीछे कौन से राज छुपे हुए हैं।
रेडियो जॉकी रौनक को श्रोता बऊआ के रूप में बखूबी जानते हैं। रौनक से आउटलुक की सहायक संपादक आकांक्षा पारे काशिव ने किए कुछ सवाल-जवाब
शूद्र प्रबंध काव्य सामाजिक ताने-बाने और वर्गविशेष की संभावनाओं को कफस में कैद करने की उद्वेलन भरी कहानी है। कृति समाज की उस मान्यता को चुनौती देती है, जो इतिहास को, उसकी मान्यताओं को बिना सोचे-समझे सही मान लेती है। लंबी कविता में सबसे अधिक जो चीज बांधती है, वह है उपशीर्षक।
बच्चे के सुरक्षित भविष्य को लेकर अभिभावकों की चिंताओं का दोहन करके कंपनियां काट रही हैं चांदी, देश में धड़ल्ले से चल रहे हैं करीब पांच सौ अपंजीकृत कार्ड ब्लड बैंक
सामाजिक बंधन तोड़ कोलकाता की उम्रदराज महि लाओं ने शुरू किया नया चलन, एकाकीपन खत्म करने के लिए जमती हैं महफिलें
पुस्तक भारत विभाजन को अनेक कोणों से देखने और अनेक आयामों को उद्घा टित करने वाली है