मजबूरी में भारत का चीन और रूस की ओर हाथ बढ़ाना अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की चिढ़ बढ़ा रहा, मगर दोनों के लिए शायद नए तरह से सोचना रणनीतिक हितों के खातिर जरूरी
नेपाल में 20 से 25 वर्ष के युवाओं ने सोशल मीडिया के मंचों का इस्तेमाल कर जिस तरह सत्ता बदली, उसके बाद चर्चा है क्या इसके जरिए आने वाले वर्षों में सत्ता बनाई या गिराई जाएगी?
ताजा-ताजा नेपाल और इसके पहले के वर्षों में बांग्लादेश और श्रीलंका में समूचे सत्ता प्रतिष्ठान के खिलाफ नवयुवा वर्ग या जेन जी में बगावत और उसमें सोशल मीडिया की महती भूमिका आंदोलनों की नई बानगी पेश कर रही है और नई सियासी बहस का आधार बनी
बहुत थोड़ा ही सही मगर भारतीय सिनेमा में भोजन और कहानियों का रिश्ता बेहद आत्मीय और बहुरंगी रहा है, कभी यह रिश्तों को जोड़ने वाला माध्यम बनता है, तो कभी जीवन की जटिलताओं और संवेदनाओं को समझाने का जरिया
गांधी की आलोचना करने वाली जमात पढ़-समझकर, सही चीर-फाड़ कर गांधी की आलोचना करे और ठीक लगे, तो उनके बारे में अनर्गल बातें करना बंद करे, लेकिन इसके लिए अध्ययन जरूरी है
इतना तय है कि ट्रम्प तकनीक में महारत हासिल करने वाले भारतीय युवाओं पर पाबंदियां लगाकर अमेरिका का ही नुकसान करेंगे, चाहे आर्थिक क्षेत्र हो या तकनीकी। अमेरिका के दरवाजे बंद होने से भारतीय छात्रों के लिए सारे विकल्प खत्म नहीं हो जाएंगे