खुद को सिर्फ एक्टर मानने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म के सुपर स्टार से बातचीत
ओटीटी के दौर में सबसे व्यस्त अभिनेता बाजपेयी की गिनती चोटी के कलाकारों में, आखिर हर बार कुछ नया करने की भूख जो उनमें है
मनोज बाजपेयी महज अभिनय नहीं करते, पात्रों में पूरी तरह रच-बस जाते हैं
पारंपरिक बॉलीवुड फिल्मों में छोटी-मोटी भूमिकाएं पाने वाले, नए और भुला दिए गए कलाकारों के लिए ओटीटी लोकतांत्रिक प्लेटफॉर्म साबित हुआ, जहां वे बेहद सफल हो रहे
उनका सफर बताता है कि सफलता और स्टारडम हासिल करने के बावजूद सामान्य रहा जा सकता है
मनोज में वह खासियत है कि रिश्ते को एक्टर-डायरेक्टर के दायरे से आगे ले जाते हैं
बहुमुखी प्रतिभा के धनी अभिनेता मनोज बाजपेयी में हर चरित्र की तह तक पहुंचने की क्षमता
देश की सबसे पुरानी पार्टी के नेतृत्व में अब कलह दूर करने की ताकत की तलाश
अगले साल बीएमसी चुनाव को देखते हुए भाजपा उन्हें राज्य में प्रोजेक्ट कर सकती है
जद-यू के पेगासस, जाति जनगणना पर रुख की अगली कड़ी है नीतीश संबंधी बयान
मुख्यमंत्री को सियासी चुनौतियां कई मगर अपने कामकाज और व्यवहार से चर्चा के केंद्र में
बेमतलब विवादों को छोड़ दें तो टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता अब हजारों युवाओं के सपनों की प्रेरणा बने
अमेरिका विदा हुआ, अब आम लोगा फिक्रमंद कि क्या दो दशक पुराने बर्बर राज की वापसी होगी होगी
जब अर्थव्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं तो सार्वजनिक संपत्ति की वैलुएशन भी कम होगी, अर्थव्यवस्था में सुधार के बाद सरकार वही संपत्ति निजी क्षेत्र को दे तो ज्यादा वैलुएशन मिलेगी
सामाजिक न्याय और पिछड़ी जातियों की राजनीति करने वाले दलों के लिए यह अमोघ अस्त्र, भाजपा दुविधा में लेकिन सोशल इंजीनियरिंग की ओर भी नजर
तनाव पत्रिका के जरिए लोगों ने विश्व भर के मशहूर को जाना
कविता के अनुवाद के बारे में बहुत तरह के संकोच हैं
अब यह जरूरी नहीं कि ओटीटी का सुपरस्टार बांद्रा से ही आए, वह बिहार के बेलवा से भी आ सकता है