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मैगज़ीन डिटेल

अंदरखाने

सियासी दुनिया की हलचल

नए गणित, नई चुनौतियां

बिहार चुनाव की तैयारी में हर दल अपने पूरे जोश के साथ मतदाओं तक पहुंच बना रहे हैं

सुशासन बाबू से ही आस

नीतीश ने हर वर्ग का भरोसा जीता, उनके 15 साल के कार्यकाल में एक भी सांप्रदायिक दंगा नहीं

नीतीश से नाराजगी तो भारी

मुख्यमंत्री में 15 साल बाद भी काम पर वोट मांगने का भरोसा नहीं, पर विपक्ष के लिए चुनौती कम नहीं

पासवान करिश्मा दोहराने की चुनौती

क्या चिराग पासवान अपने पिता की तरह कुशल राजनेता साबित हो पाएंगे, इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ा सवाल है

अगड़ा-पिछड़ा अखाड़े में नए चुनावी समीकरण

भाजपा ने भले ही नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का ऐलान किया हो लेकिन जीत की चुनौती अभी बाकी

दो नेता, दोनों लाए बदलाव

लालू और नीतीश चाहे साथ रहे या अलग, दोनों राज्य में अहम, अब दोनों के सामने चुनौतियां

ऊंची उड़ान की ख्वाहिश

चाहे कोई अचरज करे, मगर बिहार को संपन्न राज्य बनाने के दावे के साथ पुष्पम प्रिया चौधरी को विधानसभा चुनाव जीतने का भरोसा

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की खबरें

नाराज किसानों का बढ़ा डेरा

दशहरे पर प्रधानमंत्री का पुतला फूंकने की चेतावनी, पराली जलाकर भी किसान कर रहे गुस्से का इजहार

नए विवादों का उलझता फंदा

सुशांत की मौत के सवालों के बीच टीआरपी घोटाला और बॉलीवुड बनाम मीडिया का तड़का

दलित होने की बेचारगी

हाथरस में दलित बच्ची के साथ बलात्कार की वारदात राज्य सरकार और भाजपा के लिए राजनैतिक चुनौती बनकर उभरी

मीडिया की बेरुखी क्यों

भारत में रोजाना 88 महिलाएं दुष्कर्म की शिकार, लेकिन सुर्खियों में जगह चंद घटनाओं को ही

हाशिए पर दलित

कई ऐसे नीतिगत फैसले हुए जिनसे दलितों को उनके संवैधानिक अधिकार कम होने की आशंका

त्योहारों में संभलकर

देश में कोरोना की रफ्तार थमी लेकिन सर्दियों में लापरवाही पड़ सकती है भारी, नई लहर का खतरा

मंदी के अंधेरे में उम्मीद की लौ

सबसे बुरे दौर में है अर्थव्यवस्था, त्योहारों में ऑफर के जरिए ग्राहकों को लुभाने की कोशिश कितनी होगी कारगर

“लोग 2018 के नतीजों से दुखी थे, उसे सुधारेंगे”

उपचुनावों और अन्य मुद्दों पर मुख्यमंत्री ने बेबाकी से रखी अपनी बातें

गीत-संगीत का इतिहास

पुस्तक समीक्षा

हाथरस और हम

उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की की हिंसक मौत की हैरतनाक खबर जबसे सुनी है, गुस्से से मेरी धमनियों में लहू दौड़ने लगता है।

संपादक के नाम पत्र

भारत भर से आई पाठको की प्रतिक्रियाएं

खबर चक्र

चर्चा में रहे जो

शहरनामा/खंडवा

खंडवा, जहां बसी हैं किशोर कुमार की यादें

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