Advertisement
मैगज़ीन डिटेल

कोरोना के असली योद्धा लाचार

महामारी के दौर में देश के हर आदमी को भोजन जिन करोड़ों किसानों की बदौलत संभव हो रहा है, उनकी सुध लेने में सरकारी पहल बेहद नाकाफी

हकीकत तो कुछ और

मुंबई और सूरत जैसे वाकये देश के हर आदमी का खयाल रखने के केंद्र और राज्य सरकारों के दावों की पोल खोलते हैं, प्रधानमंत्री ने भी गरीब तबके को अपना परिवार बताया पर हकीकत अलग

जम्मू ने जीती पहली लड़ाई

आक्रोश देखकर भाजपा सरकार को नौकरियों में आरक्षण पर नई नीति बनानी पड़ी

किसान को मिले मदद

सप्लाई चेन प्रभावित हुई तो कृषि क्षेत्र का संकट दुश्चक्र बन जाएगा, जिससे निकलना होगा कठिन

अफवाहों और लॉकडाउन से बेहाल पोल्ट्री-डेयरी सेक्टर

देश को खाद्य सुरक्षा के साथ रोजगार की भी जरूरत, यह कृषि और पशुधन पर ध्यान देकर ही संभव

किसान को क्या चाहिए

कोरोना संकट के दौर में सरकार को वाकई किसानों की फिक्र है तो वह फौरन कुछ जरूरी कदम उठाए

कोरोना ने तोड़ा विदेशी बाजार

कोविड-19 महामारी से चीन सहित समूचा विदेशी बाजार थमा तो बॉलीवुड की कमाई के दायरे सिकुड़े

सैंडर्स के पीछे हटने के मायने

डेमोक्रेटिक पार्टी के ओहदेदारों में बहुत कम सैंडर्स की वामपंथी राजनीति के प्रशंसक, मगर कोरोना के बाद के दौर में उनके विचार प्रासंगिक रहेंगे

लॉकडाउन के सहारे लड़ाई जारी

केंद्र सरकार ने कुछ ढील के साथ लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया है, प्रधानमंत्री मोदी के सामने अर्थव्यवस्था को बचाना अब बड़ी चुनौती

कैसे चलेगा उद्योग का पहिया

क्लस्टर में करीब आधे प्रवासी श्रमिक, लॉकडाउन के बाद ज्यादातर लौट गए, उनके बिना काम शुरू करने में मुश्किलें

12 करोड़ लोगों के रोजगार पर सीधी मार

कोविड-19 की वजह से बड़े पैमाने पर नौकरियां जाने का खतरा, सरकार को त्वरित कदम उठाने की जरूरत

अपनों को भी कंधा देने से गुरेज

कोरोना संक्रमित लोगों की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार से इनकार कर रहे अपने रिश्तेदार, मित्र, पड़ोसी

सख्त लॉकडाउन से रुकेगा संक्रमण

संक्रमण के मामले लगातार बढ़ना गंभीर खतरा

“केंद्र से मिली मदद नाकाफी”

पंजाब के हालात दूसरे प्रदेशों से बेहतर

लॉकडाउन नहीं होता तो एक लाख लोग होते संक्रमित

आज तक ऐसे संकट का सामना किसी ने नहीं किया

पीपीई, मास्क और दवा पर्याप्त

75 हजार किट मिलने पर जांच तेज होने की उम्मीद

‘संकट में भी दूध की सप्लाई रखी बरकरार’

दूध की बड़ी मात्रा खपाने वाले हलवाई, आइसक्रीम निर्माता और अन्य उत्पाद बनाने वाले गायब

नौकरी की उम्मीद खत्म होना सबसे बड़ा खतरा

लॉकडाउन लागू होने के बाद से देश में आर्थिक गतिविधियां ठप सी हो गई

राजनीतिक मुठभेड़ की कविताएं

पुस्तक समीक्षा

2020 का महा सदमा

हालात बहुत कुछ ऐसे हैं कि शहरों की भरीपूरी आबादी के समुद्र में कोई रॉबिनसन क्रूसो निपट अकेले नाव खे रहा है

फुटबॉल नहीं व्यायाम

सप्‍तरंग

वायरस के वक्त सदमा

महामारी हमारी जिंदगी में उथल-पुथल मचाने के साथ ऐसे जख्म दे रही है जिसे ठीक होने में वर्षों लगेंगे

Advertisement
Advertisement
Advertisement