विधु विनोद चोपड़ा और विवेक अग्निहोत्री जैसे बड़े निर्माता कश्मीरी पंडितों के पलायन पर तीन दशक बाद फिल्में बना रहे
एक फरवरी को पेश होने वाला बजट भरोसा बढ़ाएगा या पिछले साल की तरह हवाई आंकड़ों की कलाबाजी साबित होगा, यही देखना है। देशहित में यही है कि देश में हर मामले में भरोसा बहाली के लिए कदम बढ़ें
हाइकोर्ट के फैसले और सरकार के आदेश के बावजूद आयुष कॉलेज छात्रों से वसूल रहे ढाई गुना ज्यादा फीस
दिल्ली में सीधी लड़ाई आम आदमी पार्टी और भाजपा में, लेकिन क्या कांग्रेस चौंकाने का रखती है दम
गांधी परिवार के पारंपरिक चुनाव क्षेत्र रायबरेली के लिए कांग्रेस और भाजपा में जोर आजमाइश अभी से
इन अहम अधिकारों के साथ ही हर इंसान संसार में आता है, सबसे अहम है कि इन्हें कोई छीन नहीं सकता
अगर संविधान पर ढंग से अमल होता तो सबको समान शिक्षा मिलती और गैर-बराबरी नहीं रहती, लेकिन सरकारों ने इसकी अवहेलना की, ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ न केवल भटकाव बल्कि छलावा भी
संविधान की रक्षा और मौलिक अधिकारों के लिए लोकतंत्र के भविष्य से सरोकार रखने वाले हर शख्स को सतत सचेत रहना होगा, पहले भी और आज भी हालात इसकी गवाही देते हैं
मूल अधिकारों के उल्लंघन और कमजोर करने की कोशिशों के इस दौर में और अधिक जागरूकता जरूरी
ताकि संविधान और देश के मौलिक विचारों और लोगों के बुनियादी अधिकारों पर आघात के प्रति सचेत रहें
आज के दौर में यह अकल्पनीय है कि संविधान की मूल भावना को बदला जा सकता है
संवेदनशील मामलों में मीडिया को रिपोर्टिंग से रोकने और सरकार से बंद लिफाफे में जवाब हासिल करने के बढ़ते चलन ने खुली अदालत के सिद्घांत को बेमानी बनाया, आरटीआइ के तहत सूचनाओं पर भी कई बंदिशें
भारत नं.1 पर तो आज है विश्व क्रिकेट में, लेकिन वहां कायम तभी रह सकेगा, जब घरेलू यानी रणजी और दलीप ट्रॉफी प्रतियोगिताओं की साज-संभाल होगी, दर्शक आने पर ही खिलाड़ी भी उत्साहित होंगे
सुरक्षा एजेंसियों की करतूत खुलने की आशंका से लोगों को दविंदर सिंह का मामला दबा दिए जाने के आसार
नए कानून के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर रहे गैर-भाजपा शासित राज्य, एनपीआर का भी विरोध बढ़ा
देश भर में कितने ही शाहीन बाग लोकतंत्र और गणतंत्र में समावेशी संस्कृति को नए सिरे से परिभाषित करने लगे हैं
एक लाइसेंस पर तीन की जगह अब दो हथियार ही रखे जा सकेंगे, संशोधित कानून के विरोध में राजसी और सियासी लोग
नरेंद्र मोदी की सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों, सुप्रीम कोर्ट के फैसलों तक की परवाह नहीं करती है। ऐसा पहली बार दिख रहा है कि लोकतंत्र की मूल भावना पर ही चोट की जा रही है
अभिव्यक्ति, शिक्षा, रोजगार, आजीविका पर तरह-तरह की बंदिशों के इस दौर में संवैधानिक मौलिक अधिकारों की दास्तां
भाजपा के नए अध्यक्ष के सामने अमित शाह से बड़ी लाइन खींचने की चुनौती
खाद्य महंगाई दर दहाई अंकों में चली गई है। उपभोक्ता हित के लिए घरेलू किसानों की कीमत पर सस्ते आयात का रास्ता फिर खोला जा सकता है