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जागरूकता से लाई जा सकती है कैंसर के मामलों में कमी

विश्व स्वास्थ्य़ संगठन ने माना है कि 2020 में कैंसर दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी हो जाएगी और यही रफ्तार रही तो भारत दुनिया में कैंसर कैपिटल बन सकता है। जरूरी है जागरूकता लाने की और समय पर इलाज की। अगर समय पर इलाज मिल जाए तो 80 फीसदी कैंसर के मामलों को कंट्रोल किया जा सकता है।
जागरूकता से लाई जा सकती है कैंसर के मामलों में कमी

बुधवार को वसुंधरा एन्क्लेव स्थित धर्मशिला नायारण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में वर्ल्ड हेड एंड नेक कैंसर दिवस पर सर्जिकल ऑनकोलॉजी के निदेशक डा अंशुमन कुमार ने एक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि कैंसर के बढ़ते मामलों के लिए खासतौर पर तीन कारण है वातावरण, लाइफस्टाइल और जागरूकता की कमी। आज दिल्ली जैसे शहर में जिस तरह प्रदूषण बढ़ रहा है। वह भी कैंसर जैसी बीमारी को बढ़ावा देने में काफी सहायक है। दिल्ली की हवा में एक दिन छह घंटे घूम लिया जाए तो एक सिगरेट की डिब्बी के समान धुआं इनहेल करने के बराबर होगा। इसके साथ ही बदलती लाइफस्टाइल के कारण भी लोगों पर दबाव बढ़ रहा है। अगर कोई लगातार दबाव में रहता है तो यह भी कैंसर का कारण हो सकता है।

संगीत से स्वास्थ्य की ओर

अंशुमन का कहना है कि दबाव को कम करने के लिए संगीत वगैरा का सहारा लिया जा सकता है और अस्पताल ने संगीत से स्वास्थ्य नाम से कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम को समर्पण नाम दिया गया है। पुराने जमाने में भी संगीत वगैरा सुनकर लोग दबाव मुक्त हो जाते थे। उनका कहना है कि कैंसर के मामले में भी लोगों को लाइफ स्टाइल बदलने व दबावमुक्त रहने पर ध्यान देने चाहिए। अगर मानसिक तौर पर ठीक रहेंगे तो काफी बीमारियों से निजात मिल जाएगी। ज्यादातर मामलों में कैंसर का इलाज ही देरी से शुरू होता है और यह अंतिम चरण में पहुंच जाता है। जैसे तीन हफ्ते तक खासी है तो टीबी का इलाज शुरु कर दिया जाता है जबकि इसके लिए कैंसर का टेस्ट भी होना चाहिए। कैंसर के कई कारण हो सकते हैं और संदेह होने या लक्षण पाए जाने पर तुरंत टेस्ट कराया जाना चाहिए।

डाक्टरों की ट्रेनिंग जरूरी

अंशुमन ने बताया कि पैतृक रूप से 10 से 20 फीसदी ही कैंसर होता है और वह भी जीन्स के चलते। हमारे देश में सबसे ज्यादा मुंह और फेफडों का कैंसर बढ़ रहा है। इसके अलावा डाक्टरों को भी जागरूक करने की जरूरत है क्योंकि डाक्टर ही जब कैंसर के बारे में नहीं जानेंगे तो वह कैसे समय पर इलाज कर पाएंगे। अस्पताल ने पिछले तीन दिनों दिल्ली और एनसीआर के 80 डाक्टरों को ट्रेनिंग दी है। अस्पताल के सीईओ दीपक वेणुगोपालन ने कहा कि कैंसर के मामले में निजी अस्पताल भी काफी सहायक साबित हो रहे हैं और डाक्टरों वगैरा को ट्रेनिंग देने का काम कर रहे हैं। सरकारी कालेजों में भी कैंसर की सीटों में इजाफा किया गया है। इस मौके पर अस्पताल में सिंगर डा राधिका चौपड़ा और कलाकार मुकुल वर्मा ने भी प्रस्तुति दी।

 

 

 

 

 

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