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भारत में केरल से कोरोना वायरस के तीसरे मामले की पुष्टि, सरकार ने किया टास्क फोर्स का गठन

कोरोना वायरस से भारत में पीड़ित तीसरे शख्स की पुष्टि हुई है। यह मरीज केरल का है और हाल ही में चीन के...
भारत में केरल से कोरोना वायरस के तीसरे मामले की पुष्टि, सरकार ने किया टास्क फोर्स का गठन

कोरोना वायरस से भारत में पीड़ित तीसरे शख्स की पुष्टि हुई है। यह मरीज केरल का है और हाल ही में चीन के वुहान शहर से लौटा था। कोरोना से पीड़ित मरीज को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है और डॉक्‍टर उसकी लगातार निगरानी कर रहे हैं। यह मरीज केरल के कसारगोड का रहने वाला है। इस बीच केरल में तीन मामले सामने आने के बाद पड़ोसी राज्‍य कर्नाटक के कई जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं, केंद्र सरकार ने टास्क फोर्स का गठन किया है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस के तीसरे मामले की पुष्टि हुई है। हाल ही में चीन से केरल लौटा यह शख्स कोरोना वायरस से संक्रमित है। उसे अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है। मरीज की हालत स्थिर है और उस पर करीब से नजर रखा जा रहा है। मरीज चीन में कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित वुहान शहर की यात्रा पर गया था।

चार मंत्रालयों की निगरानी में काम करेगी टास्क फोर्स

वहीं, कोरोना वायरस की स्थिति पर निगरानी रखने के लिए केंद्र सरकार ने टास्क फोर्स का गठन कर दिया है। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने सोमवार को कहा कि चार मंत्रालयों के प्रतिनिधियों के साथ कोरोना वायरस से उत्पन्न होने वाली स्थिति की निगरानी करने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय, गृह मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को शामिल किया गया है। 

बता दें कि चीन में इस वायरस की वजह से अब तक 371 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार को ही  57 लोगों की मौत हो गई। वहीं, संक्रमित लोगों का आंकड़ा 17205 पहुंच चुका है। गौरतलब है कि यह वायरस भारत, अमेरिका सहित 25 देशों में फैल चुका है।

पहली बैठक आज

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कोरोनो वायरस की स्थिति पर नजर रखने के लिए गठित की गई टास्क फोर्स की पहली बैठक आज आयोजित की जाएगी। फैल रहे वायरस को रोकने के लिए क्या सावधानी बरतने की जरूरत है, हम इस पर चर्चा करेंगे। वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो भारतीय लौटना चाहते हैं उन्हें चीन से लाया जाएगा। उन्होंने कहा, “जो भी भारत वापस आना चाहते हैं, उन्हें भारतीय दूतावास से संपर्क करना चाहिए।”

‘चीन जाने से बचे’

स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को चीन में घातक कोरोनोवायरस प्रकोप के मद्देनजर चीन की यात्रा करने से परहेज करने की सलाह दी है। साथ ही यह भी कहा कि पड़ोसी देश से लौटने वाले यात्रियों को छूट दी जा सकती है।

जारी हो चुके ई-वीजा भी रद्द

चीन में भारतीय दूतावास ने घोषणा की है कि हाल की घटनाओं को देखते हुए भारत ने ई-वीजा की सुविधा अस्थाई रूप से निलंबित कर दी है। यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। यह फैसला चीन के नागरिकों और चीन में रह रहे विदेशी नागरिकों पर लागू होगा। जिन लोगों को ई-वीजा जारी किया जा चुका है, उनके भी वीजा रद्द कर दिए गए है। जिन लोगों को भारत जाना बहुत जरूरी है, वे लोग बीजिंग, शंघाई अथवा गुआंगजाऊ स्थित दूतावास या वाणिज्य दूतावास में वीजा के लिए आवेदन कर सकते है।

हुबेई में अभी भी 100 भारतीय मौजूद

मिसरी के अनुसार चार भारतीयों को दूसरी फ्लाइट में भेजा नहीं जा सका। वे अभी भी चीन में ही हैं। इन चारों को तेज बुखार होने के कारण लाया नहीं जा सका। पहली फ्लाइट में भी छह भारतीयों को चीन के इमीग्रेशन अधिकारियों से मंजूरी नहीं मिली क्योंकि उन्हें तेज बुखार था। वहां रोके गए भारतीयों को टेस्ट किया जाएगा ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण के बारे में पुष्टि हो सके। भारतीय राजदूत के मुताबिक हुबेई प्रांत में 100 भारतीय रुके हुए हैं। अब तक 324 से अधिक भारतीय को एयरलिफ्टिंग किया जा चुका है।

 

 

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