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सपा-बसपा को कांग्रेस के साथ नहीं दिख रहा है फायदा: राज बब्बर

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रेदश में सियासत तेज हो गई है। सपा-बसपा गठबंधन के बाद कांग्रेस भी जोर...
सपा-बसपा को कांग्रेस के साथ नहीं दिख रहा है फायदा: राज बब्बर

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रेदश में सियासत तेज हो गई है। सपा-बसपा गठबंधन के बाद कांग्रेस भी जोर आजमाईश कर रही है। इसी के मद्देनजर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी का अमेठी दौरा है। साथ ही 10 फरवरी को लखनऊ के रमा बाई मैदान में बड़ी रैली आयोजित करने की तैयारी जोरों पर है। यूपी के सियासी माहौल और कांग्रेस की तैयारियों को लेकर प्रदेश पार्टी अध्यक्ष राज बब्बर ने 'आउटलुक' के वरिष्ठ संवाददाता शशिकांत से विशेष बातचीत की।

 

सवाल: सपा-बसपा ने आपको गठबंधन में जगह नहीं दी। इसका कोई मूल कारण?

जवाब: कोई नाराजगी भी हो सकती है, लेकिन व्यक्तिगत नाराजगी इतने बड़े कारण के सामने नहीं चलती। अगर व्यक्तिगत नाराजगी होती तो सपा-बसपा दोबारा साथ नहीं होते। इसलिए उन्होंने कोई राजनीतिक फायदे का रिश्ता देखा है। उनको वह राजनीतिक फायदा हमारे साथ नजर नहीं आ रहा है। इससे ज्यादा क्या हो सकता है कि एक दूसरे के खिलाफ रेप के मुकदमे चल गए। आदमी तय करता है कि उसका लाभ किसमें है। कुछ लोग अपने आपको देखकर लाभ तय करते हैं, कुछ लोग सामाजिक व्यवस्था देखकर तय करते हैं।

सवाल: गठबंधन आपको कमजोर क्यों आंक रहा है?

जवाब: उन्होंने हमें अलग समझा। ये भी उन्हें लग सकता है कि उनकी ताकत बहुत है। उनको हमारी जरूरत नहीं है। हम ये नहीं कहते कि किसको हमारी जरूरत है। हम ये कहते हैं कि देश की जनता ये चाहती है, उसकी जरूरत है कि हम अपने वोट ना बांटें, लेकिन अगर कोई यह तय कर चुका है कि हम बहुत मजबूत हैं तो यह जनता तय करेगी।

सवाल: प्रदेश में आपकी लड़ाई गठबंधन से है या भाजपा से?

जवाब: छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान में सभी लोग लड़े, जिससे नुकसान हुआ। छत्तीसगढ़ में अगर सब लोग अलग-अलग लड़ने की कोशिश नहीं करते तो भाजपा पांच सीटें भी नहीं जीतती। अगर मध्य प्रदेश में खींचातानी ना होती तो 30 सीटों का फर्क पड़ना था। ऐसे ही राजस्थान में 22 या 23 सीटों पर आगे होते। यह देश देख रहा है कि अगर आप जिद से कोई चीज करोगे तो इसका खामियाजा उठाना पड़ेगा। यह बिलकुल साफ है कि अगर हम अलग लड़ेंगे तो भाजपा की मदद करेंगे। चाहे, हम जानबूझकर कर रहे हों या अनजाने में कर रहे हों। हम भाजपा की मदद कर रहे हैं।

सवाल: कितने सीटों पर लड़ेगी चुनाव?

जवाब: मुझे लग रहा है कि हम इस बार 80 की 80 सीटों पर लड़ रहे हैं। क्योंकि कार्यकर्ताओं ने हमारे सामने भी सवाल किए कि फिर तो नहीं होने वाला। दुबई में राहुल जी ने भी कहा था कि हम सभी सीटों पर लड़ेंगे।

सवाल: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी या अन्य किसी दल से बात चल रही है?

जवाब: शिवपाल जी की पार्टी के बारे में सिर्फ इतना कहेंगे कि जो लोग कांग्रेस की विचारधारा में यकीन करते हुए साथ आना चाहेंगे, उनके लिए हमारी बाहें खुली हुई हैं। हम उनके साथ चलेंगे और उनको साथ लेकर चलेंगे। तमाम छोटी-बड़ी सभी पार्टियां प्रदेश में हों या देश में, उनसे बातचीत चल रही है और भी आगे चलेगी। बातचीत आखिरी दम तक खत्म नहीं होती।

सवाल: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की 12 रैलियां प्रस्तावित हैं?

जवाब: फरवरी के दूसरे सप्ताह में राहुल जी की रैली लखनऊ में होगी। चुनाव के वक्त समय कम मिलेगा। हमारा प्रयास है कि हम उनका ज्यादा से ज्यादा समय लें।

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