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अग्निविरों के समर्थन में वरुण गांधी ने दिया बड़ा बयान, 'नेताओं' से की पेंशन छोड़ने की अपील

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शुक्रवार को कहा कि अल्पावधि की सेवा करने वाले अग्निवीर पेंशन के...
अग्निविरों के समर्थन में वरुण गांधी ने दिया बड़ा बयान, 'नेताओं' से की पेंशन छोड़ने की अपील

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शुक्रवार को कहा कि अल्पावधि की सेवा करने वाले अग्निवीर पेंशन के हकदार नहीं है तो यह 'सुविधा' जन प्रतिनिधियों के लिए क्यों होनी चाहिए?

गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘राष्ट्र रक्षकों को पेंशन का अधिकार नहीं है, तो मैं भी खुद की पेंशन छोड़ने को तैयार हूं। क्या हम विधायक-सांसद अपनी पेंशन छोड़कर यह नहीं सुनिश्चित कर सकते कि अग्नि वीरों को पेंशन मिले?’’

वरुण गांधी इससे पहले भी योजना के खिलाफ लगातार अपनी आवाज उठाते रहे हैं. योजना के प्रवाधानों के खिलाफ वह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एक चिट्ठी भी लिख चुके हैं। इससे पहले, उन्होंने अग्निपथ रक्षा भर्ती योजना का विरोध कर रहे छात्रों को समर्थन दिया था, लेकिन उनसे अहिंसा के मार्ग पर चलने का आग्रह किया था।

उस वक्त वरुण गांधी ने ट्विटर पर लिखा था, "जब किसान अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरे, तो वह 'खालिस्तानी' थे, अब युवा सेना में भर्ती के लिए सड़कों पर आये हैं तो वह 'जिहादी' हैं। ये युवा, भारत माता की सेवा की भावना से दधीची की तरह अपनी हड्डियों को गलाते हैं और फिर सेना में नौकरी मिलती है। लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हर किसी का अधिकार है।"

केंद्र द्वारा 14 जून को शुरू की गई 'अग्निपथ' योजना पर गांधी सवाल उठा रहे हैं।  इस योजना में चार साल के लिए अनुबंध के आधार पर युवा सैनिकों की भर्ती करने और उनमें से 75 प्रतिशत को पेंशन और स्वास्थ्य लाभ के बिना सेवानिवृत्त होने की परिकल्पना की गई है। हालाँकि, यह उन्हें 11.70 लाख रुपये के निकास पैकेज का आश्वासन देता है।

   

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