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हरियाणा में पहले दिन 94,265 टन गेहूं की खरीद, पंजाब ने खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाई

लॉकडाउन, वर्षा और कई मंडियों में आढ़तियों की हड़ताल के बीच सोमवार से हरियाणा की मंडियों में गेहूं की...
हरियाणा में पहले दिन 94,265 टन गेहूं की खरीद, पंजाब ने खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाई

लॉकडाउन, वर्षा और कई मंडियों में आढ़तियों की हड़ताल के बीच सोमवार से हरियाणा की मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हुई। पहले दिन राज्य की 464 पक्की मंडियों समेत 1800 खरीद केंद्रों पर 9729 किसानों से 94265 टन गेहूं की खरीद सरकारी एजेंसियों ने की है। इस दौरान सामाजिक दूरी का भी पालन किया जा रहा है। इधर, पंजाब में 15 अप्रैल से शुरू हुई गेहूं की खरीदारी जोर पकड़ने लगी है। पांच दिनों में यहां की मंडियों में 7.80 लाख टन गेहूं की खरीद की गई है।

हरियाणा के कृषि एंव किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने आउटलुक को बताया कि कोरोना विषाणु के प्रकोप से बचने के लिए मंडियों में भी सामाजिक दूरी बनाए रखने की व्यवस्था की गई। राज्य भर में 1800 से अधिक खरीद केंद्रों पर हैफेड, हरियाणा राज्य भंडारण निगम, भारतीय खाद्य निगम और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के 12600 से अधिक कर्मचारियों के अलावा किसानों की सुरक्षा और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए खरीद केन्द्रों में मास्क, थर्मल स्कैनर और सैनिटाइजर का प्रबंध किया गया है।

उन्होंने बताया कि मंडियों में एक बार में 50-50 किसानों को फसल बेचने के लिए बुलाया जा रहा है। ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को एक दिन पहले ही एसएमएस भेजकर फसल बिक्री के लिए बुलाए जाने की व्यवस्था की है। ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ के तहत पंजीकरण प्रक्रिया 19 अप्रैल के बाद बढ़ाए जाने से अभी तक किसानों को पंजीकरण जारी है। अभी तक  गेहूं के लिए पंजीकृत किसानों की संख्या 7 लाख से अधिक हो गई है जो राज्य के कुल किसानों का 73 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर गई है।

एक बार में ही लानी होगी फसल

कौशल ने बताया कि पंजीकरण के लिए पोर्टल को खुला रखा गया है ताकि अधिक से अधिक किसानों का पंजीकरण हो जिससे उन्हें गेहूं की फसल की बिक्री के लिए खरीद केन्द्रों पर आमंत्रित किया जा सके। किसान अपनी पूरी फसल एक ही बार में मंडी में ला सकते हैं। मंडी में किसानों के लिए फसल लाने की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है। पंजाब में भी गेहूं के लिए मात्रा प्रतिबंध की सभी शर्तें हटा दी गई हैं। जबकि कुछ मंडियों से किसानों की शिकायतें आई हैं कि उन्हें एक बार में 50 क्विंटल (एक ट्राली) से अधिक फसल लाने की अनुमति नहीं है। करनाल जिले के इंद्री के प्रगतिशील किसान साहब सिंह का कहना है कि सोमवार को लाडवा मंडी में उनकी सिर्फ एक ट्राली(40क्विंटल) गेहूं को ले जाने की अनुमति दी गई। बाकी गेहूं लदी ट्रालियां उन्हें वर्षा में मंडी के बाहर खड़ी करनी पड़ी।   

सरसों की खरीद जारी रहेगी

हरियाणा में 15 अप्रैल से सरसों की खरीद भी सरकारी एजेंसियों द्वारा की गई है। हालांकि सरसों खरीद की मात्रा तय किए जाने से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अनुमानित 7 लाख टन सरसांे की लक्षित खरीद में से 5 दिनों में 38399 किसानों से सिर्फ 100033 टन सरसों की खरीद की गई है। सरकार ने 15 से 20 अप्रैल के बीच सरसों खरीद की घोषणा की थी पर अभी तक कम आवक को देखते हुए सरसों खरीद की अवधि 30 अप्रैल तक कर दी गई है। 

पंजाब ने खऱीद केन्द्रों की संख्या 3691 से बढ़ाकर 4100 की

पंजाब मंडी बोर्ड ने न राज्य भर में 409 और राइस शैलरों को अनाज मंडियों में तबदील कर दिया है। पंजाब के अतिरिक्त मुख्य सचिव  विश्वजीत खन्ना ने बताया कि इन शैलरों को सब -मंडी यार्ड में तबदील कर देने से राज्य में खऱीद केन्द्रों की संख्या 4100 हो गई है। इससे पहले मंडी बोर्ड ने कुल 3691 खऱीद केंद्र स्थापित किए थे, जिनमें 1867 नियमित मंडियां और 1824 अस्थाई मंडियां थीं। खन्ना ने  बताया कि मंडी बोर्ड द्वारा आढ़तियों के द्वारा किसानों को अब तक 4.25 लाख पास जारी किए जा चुके हैं।

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