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बनारस में जुलूस के दौरान हिंसा, कुछ घंटे रहा कर्फ्यू

संतों और स्थानीय लोगों द्वारा निकाले जा रहे जुलूस के दौरान हिंसा और आगजनी में आठ पुलिस वालों समेत कम से कम 12 लोग घायल हो गए। स्थिति को काबू में लाने के लिए बनारस के कई इलाकों में कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू भी लगाना पड़ा। पथराव, आगजनी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और उपद्रव के मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बनारस में जुलूस के दौरान हिंसा, कुछ घंटे रहा कर्फ्यू

22 सितंबर को गणेश मूर्ति विसर्जन के दौरान संतों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में निकाली गई अन्याय प्रतिकार रैली के दौरान खूब हंगामा हुआ। हिंसक झड़पों, पुलिस पर पथराव और आगजनी के बाद बनारस के चार थाना क्षेत्रों में लगा कर्फ्यू दो-तीन घंटे बाद ही हटा दिया गया है लेकिन ऐतिहात के तौर पर आज शहर के सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। 

मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को बनारस में स्वामी अविमुक्तानंद के नेतृत्व में कुछ लोगों ने जुलूस निकाला। इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। गुस्साए लोगों ने पुलिस की गाड़ियों को फूंक दिया और पथराव किया। साधुओं ने चार-पांच गाड़ियों और गोदौलिया पुलिस चौकी में आग लगा दी। उपद्रव पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग कर आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इसके बाद कोतवाली, चौक, दशाश्वमेघ व लक्सा इलाकों में कर्फ्यू भी लगाया गया, जिसे कुछ घंटों बाद ही हटा दिया। इस दौरान काम से लौट रहे सूर्यप्रकाश बिंद नाम के युवक को पुलिस ने उपद्रवी समझ गोली मार दी। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यह जुलूस 22 सितंबर को हुए लाठीचार्ज के विरोध में निकाला गया था, तब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद ये साधु गणेश प्रतिमा का विसर्जन गंगा में करना चाह रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका। पुलिस सूत्राें के मुताबिक, संत और अन्य स्थानीय लोगों द्वारा निकाले जा रहे जुलूस के दौरान हिंसा की स्थिति उस वक्त पैदा हुई जब भीड़ में कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस वालों पर पथराव शुरू कर दिया। यह भी बताया जा रहा है कि जुलूस के दौरान दो सांड आपस में भिड़ गए, जिसके बाद किसी ने पुलिस के लाठीचार्ज की अफवाह उड़ा दी। 

 

राजनाथ सिंह ने लिया स्थिति का जायजा 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में हिंसा को लेकर गृह मंत्रालय भी तुरंत हरकत में आ गया। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रात में ही वाराणसी के एसएसपी आकाश कुलहरि से बात कर स्थिति की जानकारी ली और शांति सुनिश्चित करने को कहा। उत्‍तर प्रदेश के प्रमुख गृह सचिव देवाशीष पांडा ने लखनऊ में कहा कि कानून व्यवस्था और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल को वाराणसी भेजा गया है। राज्य सरकार तोड़फोड़, पथराव और आगजनी की इस घटना को गंभीरता से ले रही है। वहीं स्थानीय प्रशासन को अराजकतावादी तत्वों से दृढ़ता के साथ निपटने के निर्देश दिए हैं। 

पर्यटकों में दहशत 

वाराणसी के जिला मजिस्टेट राम मणि यादव ने सोमवार की घटना के मद्देनजर वाराणसी में आज स्कूल एवं काॅलेज बंद रखने के आदेश दिया है। घरेलू पर्यटकों समेत कुछ लोगों के सार्वजनिक शौचालयों और स्थानीय लोगों के घरों में पनाह लेने से हिंसा ने दहशत का रूप ले लिया था। वाराणसी के मंडलायुक्त नितिन रमेश गोकरन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। 

 

 

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