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अंबानी के बाद इस अमीर के बेटों की शादी चर्चा में, सरकार को भी लगा खतरा

देश के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन औली में गुप्ता ब्रदर्स के बेटों की शाही शादी की रस्में शुरू हो गई हैं।...
अंबानी के बाद इस अमीर के बेटों की शादी चर्चा में, सरकार को भी लगा खतरा

देश के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन औली में गुप्ता ब्रदर्स के बेटों की शाही शादी की रस्में शुरू हो गई हैं। इस शाही शादी की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। तमाम इंतजाम में भारी खर्च की वजह से इसे 200 करोड़ की शाही शादी भी कहा जा रहा है। लेकिन इस बीच खबर है कि गुप्ता ब्रदर्स के परिवार की शादी अब कुछ प्रतिबंधों के साथ होगी। उत्तराखंड हाई कोर्ट ने चमोली जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में होने वाली इस शाही शादी की निगरानी का जिम्मा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व जिलाधिकारी चमोली को सौंप दिया है। कोर्ट ने बतौर सिक्योरिटी तीन करोड़ जमा करने के आदेश भी पारित किए हैं।

अब इन प्रतिबंधों के साथ होगी शादी

दरअसल, काशीपुर के अधिवक्ता रक्षित जोशी ने इस शादी में पर्यावरण मानकों तथा हाई कोर्ट के पिछले साल बुग्यालों में व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक के आदेश का उल्लंघन बताते हुए जनहित याचिका दायर की थी। उत्तराखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने इस मामले में सरकार और आयोजकों से जवाब मांगा था। मंगलवार को खंडपीठ में सुनवाई के दौरान इवेंट कंपनी की ओर से टैंट, कुकिंग गैस, लैंडस्केप सुधार, रूम हीटर, जनरेटर, स्टाफ इत्यादि की जानकारी दी गई थी।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से कोर्ट को बताया गया था कि शादी की मॉनिटरिंग के लिए टीम औली भेजी जा चुकी है। जो शादी समारोह व पर्यावरण को होने वाले नुकसान की वीडियोग्राफी करेगी। जिसकी रिपोर्ट कोर्ट के आदेशानुसार 7 जुलाई तक पेश की जाएगी। सरकार की ओर से कोर्ट में बताया गया था कि जिस स्थान पर शादी हो रही है, वहां से बुग्याल चार किलो मीटर दूर है। बताया जा रहा है कि कोर्ट ने हेलीकॉप्टर की उड़ान पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया है। खंडपीठ ने मामले में सुनवाई करते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व जिलाधिकारी को शादी की निगरानी करने के निर्देश दिए, ताकि किसी तरह के पर्यावरण मानकों का उल्लंघन न हो।

सिक्योरिटी के तौर पर तीन करोड़ रुपये जमा कराने का आदेश

साथ ही कोर्ट ने आयोजकों को सिक्योरिटी के तौर पर तीन करोड़ 21 जून तक दो किस्तों में जमा करने के आदेश पारित किए। साफ किया कि यदि शादी में पर्यावरण प्रदूषण तथा अन्य मानकों की अनदेखी हुई तो डीएम व पीसीबी अवमानना के दोषी माने जाएंगे। अगली सुनवाई आठ जुलाई नियत की गई है।

जोशीमठ से लेकर औली तक हर दुकान को किराए पर लिया

भारत से जाकर साउथ अफ्रीका में बसे उद्योगपति गुप्ता बंधुओं अजय और अतुल के परिवार की ये शादी उसी दिन से चर्चा में बनी हुई है जब से उन्होंने अपने दो बेटों की शादी के लिए उत्तराखंड के औली को चुना। 18 से 22 जून के बीच होने वाली इन शादियों के लिए जोशीमठ से लेकर औली तक की हर दुकान को गुप्ता बंधुओं ने किराये पर ले लिया है।

 

खर्चा दो सौ करोड़ के करीब

इस शादी में मेहमान तो गिने-चुने ही बुलाएं गए हैं, लेकिन खर्चा दो सौ करोड़ के करीब होगा। औली के स्कीइंग क्षेत्र को वेडिंग प्वाइंट के तौर पर विकसित किया है। एक प्रसिद्ध वेडिंग प्लानर कंपनी के आठ सौ कर्मचारी अगले दो सप्ताह औली को अंतरराष्ट्रीय वेडिंग डेस्टिनेशन में तब्दील कर दिया है। उत्तराखंड में शादी के आयोजन का फैसला गुप्ता परिवार ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आग्रह पर किया है।

पहले इटली में होनी थी ये शादी

इससे पहले परिवार इटली में इस शादी समारोह को प्लान कर चुका था, लेकिन आखिरी समय में औली को समारोह के लिए चुना गया। गुप्ता परिवार के मित्र सुमित अदलखा ने बताया कि तैयारियां शुरू हो गई हैं। दो सप्ताह में समारोह स्थल तैयार कर लिया जाएगा। समारोह में करीब दो सौ करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। समारोह न केवल भव्य रहेगा बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति और परंपरा को भी प्रमोट करेगा।

दक्षिण अफ्रीका में भ्रष्टाचार के आरोपी हैं गुप्ता बंधु

दक्षिण अफ्रीका में देश के सबसे बड़े घोटाले में भारत के गुप्ता बंधुओं का नाम आया था। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप और उनके मित्र पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के खिलाफ गंभीर आरोप लगे थे।

ऐसे आरोप हैं कि देश के वित मंत्री एनएम नेने को 2015 में राष्ट्रपति जुमा ने गुप्ता भाइयों के कहने पर निकाल दिया था। बात इतनी बढ़ी कि ज़ुमा को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना पड़ा और उसके बाद नेने को दोबारा वित्त मंत्री बना दिया गया।

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