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बुलंदशहर मामलाः मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मृतक इंस्पेक्टर के परिवार से की मुलाकात

बुलंदशहर हिंसा को लेकर सरकार और संगठन में खींचतान शुरू हो गई है। मामले में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग...
बुलंदशहर मामलाः मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मृतक इंस्पेक्टर के परिवार से की मुलाकात

बुलंदशहर हिंसा को लेकर सरकार और संगठन में खींचतान शुरू हो गई है। मामले में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का दबाव बढ़ा तो संगठन खुलकर कार्यकर्ताओं के साथ आ गया है। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार सुबह शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिजनों से मिले और उन्हें न्यायोचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। उधर, शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के नाम पर एक स्कूल और सड़क का नाम रखने की घोषणा की गई है। साथ ही, परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी जाएगी। हालांकि, नियमों के मुताबिक, अगर कोई पुलिसकर्मी ड्यूटी के वक्त अपनी जान गंवा देता है, तो उसके योग्य परिजन को नौकरी देने का प्रावधान है। ऐसे में नौकरी देने का वादे में कुछ भी नया नहीं है।

25 लाख के एजूकेशन और होम लोन चुकाएगी सरकार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहीद इंस्पेक्टर के परिजनों से मुलाकात के बाद डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का बड़ा बेटा सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा है और दूसरा बेटा वकालत की तैयारी कर रहा है। खाद्य एवं रसद मंत्री अतुल गर्ग ने कहा कि उनकी शिक्षा और घर का लोन करीब 25 लाख रुपये है, जिसे सरकार की तरफ से चुकाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक रोड का नाम शहीद सुबोध सिंह के नाम पर रखा जाएगा। साथ ही एक स्कूल भी उनके नाम पर रखा जाएगा। परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिलेगी, लेकिन नौकरी किसे मिलेगी,  यह परिवार तय करेगा। शहीद सुबोध सिंह के बड़े बेटे श्रेय प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि सभी की गिरफ्तारी होगी।

बता दें कि बुलंदशहर हिंसा में अभी तक कुल आठ गिरफ्तारियां हुई हैं। इसमें चार गोकशी मामले में और चार इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या के मामले में गिरफ्तारियां हुई हैं। इसमें तीन विहिप के कार्यकर्ता हैं। कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से न सिर्फ संगठन में नाराजगी है, बल्कि संगठन ने साफ कर दिया है कि वह कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ है। संगठन ने कानूनी मदद के लिए अधिवक्ताओं को भी लगा दिया है। बजरंग दल के प्रदेश संयोजक हिंसा के मुख्य आरोपी योगेश राज (जिला संयोजक बजरंगदल) के परिवार, मृतक सुमित के परिवार और बुरारी गांव के कार्यकर्ता आशीष चौहान के घर पहुंचा और उनके परिजनों से मिला। विहिप के मेरठ प्रांत के मंत्री गोपाल शर्मा ने बताया कि पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ संगठन हर प्रकार से खड़ा है। हमारी मांग है कि उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।

कड़ी से कड़ी जोड़ रही पुलिस

हिंसा के मुख्य आरोपी योगेश राज शर्मा ने एक वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष होने की बात कही है। वहीं, एक और वायरल वीडियो में सुमित पत्थरबाजी करते दिख रहा है। इसके अलावा एक और वीडियो वायरल हुई है, जिसमें किसी कुंदन नाम के व्यक्ति के पशुओं को काटने की बात सामने आई है। बहरहाल, पुलिस सभी वीडियो की जांच कर रही है और कड़ी से कड़ी जोड़ने की कोशिश की जा रही है।

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