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बनवानी है सड़क, हर एक किलोमीटर पर दो एक लाख रुपए की घूस, ऐसी है इस भ्रष्ट अधिकारी की कहानी

राजस्थान प्रशासनिक सेवा की अधिकारी पिंकी मीणा के खिलाफ हाईवे बनाने वाली कंपनी से रिश्वत लेने के मामले...
बनवानी है सड़क, हर एक किलोमीटर पर दो एक लाख रुपए की घूस, ऐसी है इस भ्रष्ट अधिकारी की कहानी

राजस्थान प्रशासनिक सेवा की अधिकारी पिंकी मीणा के खिलाफ हाईवे बनाने वाली कंपनी से रिश्वत लेने के मामले में राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों ने कोर्ट में चार्टशीट पेश की है। जागरण की खबरों के मुताबिक इस चार्टशीट में 4,000 पेज है जिसमें मीणा के खिलाफ दौसा जिले के बांदीकुई उपखंड अधिकारी के रूप में तैनात होने के बाद उसके कारनामों का खुलासा किया गया। चार्टशीट में भ्रष्ट अधिकारी की कहानी लिखी हुई है। जिसमें कहा गया कि उन्होंने हर एक किलोमीटर सड़क बनाने के लिए एक लाख की रिश्वत मांगी थी और नहीं देने पर निर्माण कार्य रोकने की धमकी दी थी। पिंकी ने पहले निर्माण करने वाली कंपनी से छह लाख रुपये मांगे और बाद में यह रकम बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दी। दौसा के उपखंड अधिकारी पुष्कर मित्तल की मांग के कारण उसके द्वारा यह रकम बढ़ाई गई थी।

पिंकी मीणा ने कंपनी के प्रतिनिधि को धमकी भी दी थी, जिसमें उसने कहा था कि करोड़ों का काम कर रहे हो, 10 लाख रुपये तो देने ही होंगे। अभी मुख्यमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में व्यस्त हूं, जल्दी फैसला करो।

बता दें कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के भारत माला प्रोजेक्ट के अंतर्गत हाईवे बनाने वाली कंपनी से रिश्वत के खेल में मीणा और मित्तल के साथ दौसा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल भी शामिल थे। ब्यूरों द्वारा की गई जांच में खुलासे के बाद तीनों को जेल हो गई। जेल से 10 दिन की जमानत पर छूटकर पिंकी ने एक न्यायिक अधिकारी से शादी कर ली। हालांकि पिछले हफ्ते पिंकी को हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है। बाकी मित्तल और अग्रवाल अभी भी जेल में हैं।

चार्टशीट के मुताबिक हाईवे निर्माण के लिए पिंकी ने किसानों से अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा भी छह महीने तक अटकाए रखा। इसके साथ ही उसने हाईवे बनाने वाली कंपनी के साथ किसानों पर भी मुआवजे की राशि में उसे भी हिस्सा देने के लिए दबाव बनाया। उसने मुआवजे की राशि इसलिए भी अटका के रखी थी कि किसान इससे संतुष्ट न हो और काम रूका रहे। जिसकी वजह से कंपनी को मजबूरन पिंकी को रिश्वत देनी पड़ती।

ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी ने मामले की जांच कराई तो शिकायत सही निकली। वह कंपनी के उच्च अधिकारियों से बांदीकुई में काम देखने वाले अमित के माध्यम से रिश्वत लेना चाहती थी। ब्यूरों ने पिंकी और अधिकारियों से रिश्वत की रकम को लेकर हुई बातचीत को रिकॉर्ड कर सबूत जुटाए। जो कोर्ट को पेश की गई चार्टशीट में दर्ज है।

पिंकी मीणा जिसने पहली ही पोस्टिंग में मांगी थी रिश्वत

भ्रष्टाचार मामले में फंसी पिंकी मीणा जयपुर जिले के चिथवाड़ी गांव की रहने वाली है। उसने सरकारी स्कूल से शिक्षा प्राप्त कर 2016 में राज्य प्रशासनिक सेवा की प्रतियोगिता परीक्षा पास की और इंटरव्यू में भी निकल गई। जिसके बाद उसे पिछले साल ही बांदीकुई उपखंड अधिकारी पद पर पोस्टिंग मिली। उसने अपनी पहली ही नौकरी में पिश्वत मांगना शुरू कर दिया था। इसके साथ ही भारत माला प्रोजेक्ट के अंतर्गत दिल्ली-मुंबई हाईवे बनाने वाली कंपनी से रिश्वत मांगने के मामले में उसे 13 जनवरी, 2021 को गिरफ्तार किया गया।

 

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