Advertisement

निषेधाज्ञा में तिरंगा यात्रा निकालने से राजस्थान के मालपुरा में फिर तनाव, कर्फ्यू लगा

राजस्थान के टोंक जिले में गुरुवार को कांवड़ यात्रा पर पथराव के बाद मालपुरा के हालात शुक्रवार को एक बार...
निषेधाज्ञा में तिरंगा यात्रा निकालने से राजस्थान के मालपुरा में फिर तनाव, कर्फ्यू लगा

राजस्थान के टोंक जिले में गुरुवार को कांवड़ यात्रा पर पथराव के बाद मालपुरा के हालात शुक्रवार को एक बार फिर बिगड गए। दरअसल, पहले से प्रस्तावित तिरंगा यात्रा को लेकर हिंदू संगठन सुबह से ही लामबंद हो गए, जबकि तनाव व दंगों की संभावना के चलते यहां धारा 144 लगाई हुई थी। बावजूद इसके 'हिंदू जागृति मंच' के युवा तिरंगा यात्रा निकलाने को लेकर अड़ गए। स्थानीय पुलिस और राजनेताओं के समझाने व प्रशासन की रोक के बाद भी संगठन से जुड़े कुछ लोग माणकचौक पर तिरंगा यात्रा लेकर चले गए। इस पर पुलिस ने उनको खदेड़ कर भगाया तो वेइस बात से तैश में आ गए। इसके बाद लोगों ने समुदाय विशेष के क्षेत्र में दुकानों में आग लगा दी। भागते समय सैंकड़ों लोगों ने घरों के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी।

हालात बिगड़ने के बाद कलेक्टर रामचंद्र डेनवाल ने मालपुरा में कर्फ्यू लगा दिया। इसके साथ ही जिले में इंटरनेट बैन की अवधि दो दिन और बढ़ा दी गई है। जयपुर व टोंक से अतिरिक्त पुलिस जाप्ता मंगवाया गया है। बावजूद इसके यहां कर्फ्यू के बाद भी तनावपूर्ण माहौन बना हुआ है। सांसद सुखबीर सिंह जोनपुरिया, विधायक कन्हैया लाल चौधरी व आइजी बीजू जोर्ज जोसफ मालपुरा में ही कैंप कर रहे हैं।

जिला कलेक्टर रामचंद्र डेनवाल ने शुक्रवार को एक आदेश जारी कर आगामी आदेश तक कस्बे में कर्फ्यू लगाया दिया है। पुलिस लगातार बाजार में गश्त कर रही है। इसके अलावा जिले के तमाम अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। वे लगातार हालात का जायजा ले रहे हैं। कुछ दुकानों की आग लगाने की सूचना पर पुलिस अधिकारियों में हंड़कंप मच गया। हालांकि, अभी अधिकारी इस बारे में कुछ नहीं बता रहे हैं। घटना के बाद मालपुरा के मुख्य बाजार एवं गलियों में जाप्ता तैनात किए जाने से कस्बा छावनी में तब्दील हो गया। घटना के बाद आधा दर्जन थानों का जाप्ता एवं आरएसी के 150 जवानों तैनात किए गए। आरएसी एवं पुलिस द्वारा बाजार और गलियों में फ्लैग मार्च किया जा रहा है। सभी लोगों को घरों में रहने के लिए कहा गया।

उल्लेखनीय है कि गुरुवार को ही मालपुरा में  कांवड़ियों पर एक समुदाय विशेष के द्वारा हमला किया गया था, जिसमें 13 लोग बेहद गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनमें से तीन की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है  कांवड़िए बीसलपुर बांध वाले शंकर के मंदिर से मालपुरा में कांवड़ यात्रा लेकर आ रहे थे। मालपुरा में कांवड़ यात्रा पर पथराव के बाद उपजी हिंसा का असर टोंक में भी देखने को मिल रहा है। अफवाहों के मध्यनजर टोंक पुलिस अधीक्षक योगेश दाधीच ने टोंक के संवेदनशील क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। लोगों से अपील की जा रही है कि फोन या सोशल मीडिया पर चल रही अफवाह पर ध्यान नहीं दे।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement