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दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन को बताया चांदबाग हिंसा का मास्टरमाइंड, 1030 पन्ने की चार्जशीट दाखिल

दिल्ली के चांदबाग इलाके में फरवरी में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंगलवार...
दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन को बताया चांदबाग हिंसा का मास्टरमाइंड, 1030 पन्ने की चार्जशीट दाखिल

दिल्ली के चांदबाग इलाके में फरवरी में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में 1030 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। इसमें आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को हिंसा का मास्टरमाइंड बताया गया है। पुलिस ने ताहिर हुसैन, उसके भाई और 15 अन्य लोगों को आरोपी बनाया है। चार्जशीट के मुताबिक ताहिर हुसैन ने हिंसा की पूरी योजना बनाई थी, अपने घर के इर्द-गिर्द सभी सीसीटीवी को बंद करवा दिया था और हिंसा कराने के लिए एक करोड़ 30 लाख रुपये जुटाए थे। 

दंगे से पहले सीसीटीवी बंद करने का आरोप

75 गवाहों के बयान के आधार पर तैयार चार्जशीट के मुताबिक जब पुलिस ने सीसीटीवी को खंगाला तो कुछ भी हाथ नहीं लगा। या तो सीसीटीवी को बंद कर दिया गया था या वे काम करने की स्थिति में नहीं थे। चार्जशीट के अनुसार, “ताहिर हुसैन जैसा नेता और बिजनेसमैन के लिए यह सामान्य बात है कि वह अपने घर आने वाले हर व्यक्ति का रिकॉर्ड रखेगा। लेकिन दंगे से ठीक पहले और दंगे के दौरान उसके ऑफिस या घर में आने-जाने वालों का कोई रिकॉर्ड नहीं है। ऐसा लगता है कि उसने जानबूझ कर अपनी गतिविधियां छिपाने के लिए ऐसा किया।”

दंगे से एक दिन पहले छुड़ाई थी पिस्तौल

पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि ताहिर हुसैन के घर से कांच की बोतलें, पेट्रोल बम, ईंट और पत्थर के टुकड़े बड़ी मात्रा में बरामद किए गए। इनका इस्तेमाल इलाके में दंगा भड़काने के लिए किया गया। चार्जशीट के मुताबिक 22 फरवरी यानी दंगे से एक दिन पहले ताहिर ने अपनी पिस्तौल खजूरी खास थाने से छुड़ाई थी। उसने अपने लाइसेंस पर 100 गोलियां भी खरीदी थीं। लेकिन पूछताछ के दौरान उसके पास 64 गोलियां और 22 खोखे मिले थे। बाकी 14 गोलियों और खोखे के बारे में वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका।

खालिद सैफी और उमर खालिद से बताया संबंध

चार्जशीट के अनुसार ताहिर के संबंध खालिद सैफी और उमर खालिद से भी थे, जिन्होंने दिल्ली दंगे और विरोध प्रदर्शन की योजना बड़े पैमाने पर बनाई थी। ताहिर हुसैन की 8 जनवरी की सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) लोकेशन खालिद सैफी और उमर खालिद की लोकेशन से मिलती है। चार्जशीट में दावा किया गया है कि ताहिर शाहीन बाग में उनसे मिला और दंगे की योजना बताई। दंगे के बाद पुलिस ने ताहिर के घर की छत से पेट्रोल बम की बरामदगी दिखाई थी। हालांकि चार्जशीट में कहा गया है कि क्राइम ब्रांच यह पता नहीं लगा सका कि ये पेट्रोल बम कहां से लाए गए। 24 और 25 फरवरी को हुई हिंसा के दिन ताहिर हुसैन चांदबाग स्थित अपने घर में था।

हिंसा में 53 लोगों की हुई थी मौत

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए थे। दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में हुए इस प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया जिसमें 53 लोगों की मौत हो गई और दो सौ से अधिक लोग घायल हुए थे। इके बाद इलाके में कई दिनों तक कर्फ्यू लागू रहा और मेट्रो सेवाएं बंद रहीं। मामले की जांच क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कई छात्रों को भी गिरफ्तार किया है।

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