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राजस्थान में सीडी कांड से हड़कंप, कैमरे में डीलिंग करते कैद आरएसएस प्रचारक और मेयर पति

राजस्थान में एक और सीडी कांड सामने आने के बाद सियासी गलियारों में खलबली मच गई है। सीडी में जयपुर...
राजस्थान में सीडी कांड से हड़कंप, कैमरे में डीलिंग करते कैद आरएसएस प्रचारक और मेयर पति

राजस्थान में एक और सीडी कांड सामने आने के बाद सियासी गलियारों में खलबली मच गई है। सीडी में जयपुर ग्रेटर निगम की भाजपा की निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम गुर्जर का वीडियो वायरल रहा है। जिसमें वह कचरा सफाई करने वाली कंपनी के प्रतिनिधि से बिल पास करने के बदले करोड़ों के लेन-देन के बारे में बात करते नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही उनके बगल में राजस्थान में संघ प्रचारक की भूमिका निभाने वाले निंबा राम भी बैठे हुए हैं। इस मामले के खिलाफ सरकार के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने केस दर्ज कर लिया है। सीडी कहां से आई है किसने वायरल की है फिलहाल इसके बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है।

आजतक की खबर के मुताबिक वायरल हुई सीडी पर निलंबित मेयर के पति राजाराम गुर्जर का कहना है कि यह सीडी फर्जी है। हमने किसी भी प्रकार से लेन-देने की बात नहीं की है। संघ की ओर से कोई दलील भी सामने नहीं आई है। भाजपा नेताओं ने भी इस मामले पर खामोश हैं। वहीं परिवहन मंत्री प्रताप खाचरियावाल ने कहा है कि जो सच्चाई होगी, सामने आ जाएगी।

सीडी वायरल होने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है। एंटी करप्शन ब्यूरो के डायरेक्टर जनरल बीएल सोनी ने कहा कि हमने मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रहे हैं।

बता दें कि इस कंपनी को तत्कालीन सीएम वसुंधरा राजे के कार्यकाल में कचरा उठाने का ठेका दिया गया था, जिसके बिल को लेकर निलंबित सौम्या गुर्जर और भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं पर नगर निगम के आयुक्त के साथ मारपीट का आरोप लगा था। जिसके बाद सौम्या गुर्जर और भाजपा के तीन पार्षदों पासर जैन, अजय चौहान और शंकर शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया था। 

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