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छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में सात नक्सली ढेर, भारी संख्या में हथियार भी बरामद

छत्तीसगढ़ में शनिवार यानी आज सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में सात नक्सली मारे गए। यह मुठभेड़ राज्य के...
छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में सात नक्सली ढेर, भारी संख्या में हथियार भी बरामद

छत्तीसगढ़ में शनिवार यानी आज सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में सात नक्सली मारे गए। यह मुठभेड़ राज्य के राजनांदगांव जिले में हुई। बताया जा रहा है कि मरने वाले नक्सलियों में चार महिलाएं भी शामिल हैं।

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस उप महानिरीक्षक (नक्सल विरोधी अभियान) सुंदरराज पी ने बताया कि मुठभेड़ आज (शनिवार) सुबह करीब छह बजे सीतागोटा नाम के गांव से सटे जंगल में उस समय हुई जब जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की टीम नक्सलरोधी अभियान के लिए जा रही थी। उन्होंने बताया, ‘अब तक सात शव बरामद किए गए हैं। घटनास्थल से एक एके 47 राइफल सहित भारी संख्या में हथियार मिले हैं। तलाशी अभियान जारी है।’

 

महाराष्‍ट्र की सीमा से सटे शेरपार सीतागोटा में हुई मुठभेड़

 

यह मुठभेड़ राजनांद गांव जिले के बागनदी थाना क्षेत्र के शेरपार सीतागोटा के जंगल में हुई। उस समय मुठभेड़ हुई जब संयुक्‍त टीम नक्सलरोधी अभियान पर थी। एक अन्‍य पुलिस अधिकारी ने बताया कि महाराष्‍ट्र की सीमा से सटे शेरपार सीतागोटा के जंगलों के बीच पहाड़ियों पर नक्‍सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद डीआरजी और सीएएफ की टीम को मौके पर रवाना किया गया जहां उनका सामना नक्‍सलियों से हुआ। इस मुठभेड़ में चार महिला नक्‍सली भी मारी गई हैं। 

 

2014-18 के दौरान नक्सली हिंसा में 43 फीसदी की कमी

 

सरकार ने पिछले महीने में संसद में बताया था कि साल 2009-2013 की तुलना में वर्ष 2014-18 के दौरान नक्सली हिंसा में 43 फीसदी की कमी आई है। राज्यसभा में गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने एक सवाल के लिखित जवाब में बताया था कि राष्ट्रीय नीति एवं कार्य योजना 2015 के अमल में लाए जाने की वजह से नक्सली हिंसा में लगातार कमी आई है। साल 2018 में नक्सली हिंसा से प्रभावित जिलों की संख्या घटकर केवल 60 रह गई है।

 

साल 2010 में नक्सली हिंसा से प्रभावित जिलों की संख्या 95 थी

 

गृह राज्य मंत्री रेड्डी ने बताया कि साल 2010 में नक्सली हिंसा से प्रभावित जिलों की संख्या 95 थी। नक्सली हिंसा की घटनाएं साल 2009 में 2258 दर्ज की गई थीं जो साल 2018 में कम होकर 833 रह गई हैं। यही नहीं साल 2010 में नक्सली हिंसा में 1005 लोगों की मौत हो गई थी। साल 2018 में नक्‍सली हिंसा में मौतों का आंकड़ा घट कर 240 रह गया है। इस साल 30 जून तक नक्सली हमलों में 117 लोगों की मौत हुई है, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 139 लोग मारे गए थे।

इससे पहले सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों को मार गिराया था

बता दें कि इससे पहले 29 जुलाई को भी छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक महिला नक्सली समेत दो नक्सलियों को मार गिराया था। इससे एक ही दिन पहले सुकमा में ही एक महिला सहित 14 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था।

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