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कैप्टन से अनबन के बाद राहुल, प्रियंका गांधी, अहमद पटेल से मिले सिद्धू

खिलाड़ी से नेता बने और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के...
कैप्टन से अनबन के बाद राहुल, प्रियंका गांधी, अहमद पटेल से मिले सिद्धू

खिलाड़ी से नेता बने और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। दोनों की तल्खी कई बार बयानों के रूप में सामने भी आ चुकी है। सार्वजनिक रूप से जाहिर हो चुकी तल्खी के बाद सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासिचव प्रियंका गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से मुलाकात कर अपनी ‘स्थिति’ बताई है।

ये मुलाकात एक उलाहना है

अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सिद्धू ने राहुल गांधी से क्या कहा। लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के व्यवहार की चर्चा की है और अपना पक्ष रखा है। पंजाब कैबिनेट में हुए फेरबदल में नवजोत सिंह सिद्धू का विभाग भी बदल दिया गया है। अभी यह साफ नहीं है कि वे नया काम संभालेंगे या नहीं।

ट्विट से दी जानकारी

नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्विट कर सिर्फ इतना बताया कि वे राहुल गांधी से मिले और उन्हें अपनी ‘स्थिति’ से अवगत कराया। मुख्यमंत्री से अनबन के बाद से ही नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर ने मीडिया से दूरी बना ली है।

तकरार के बाद बदला मंत्रालय

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से तकरार के बाद बीते गुरुवार को पंजाब कैबिनेट फेरबदल में सिद्धू से स्थानीय शासन, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग वापस लेकर उन्हें ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग सौंपा गया है। लेकिन अभी तक उन्होंने नए मंत्रालय का कार्यभार ग्रहण नहीं किया है।

इसके अलावा सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में तेजी लाने के लिए अमरिंदर ने 8 सलाहकार समूहों का गठन किया है लेकिन उनमें सिद्धू को शामिल नहीं हैं। ये सलाहकार समूह राज्य सरकार के कार्यक्रमों के प्रदर्शन की समीक्षा करने और उन्हें सुधारने के लिए सुझाव देंगे।

खराब प्रदर्शन के बाद हुआ विवाद

लोकसभा चुनाव में शहरी क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने इसके लिए सिद्धू को दोषी ठहराए जाने के बाद दोनों के बीच विवाद हुआ। मुख्यमंत्री ने सिद्धू पर ‘खराब तरीके से चीजें मैनेज’ करने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि शहरी वोटबैंक कांग्रेस पार्टी की रीढ़ रहा है। लेकिन यह सिद्धू की असफलता है कि वे वहां कोई विकास नहीं करा सके, जिसका खामियाजा पार्टी ने उठाया।

(एजेंसी इनपुट)

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