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विदेश में फंसे लोगों को घर पहुंचाने के पंजाब सरकार ने किए इंतजाम, 20 हजार ने जताई लौटने की इच्छा

कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाऊन से दुनियाभर के सभी देशों की अर्थव्यवस्था तहस-नहस होकर रह गई है। कोई भी...
विदेश में फंसे लोगों को घर पहुंचाने के पंजाब सरकार ने किए इंतजाम, 20 हजार ने जताई लौटने की इच्छा

कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाऊन से दुनियाभर के सभी देशों की अर्थव्यवस्था तहस-नहस होकर रह गई है। कोई भी देश इससे अछूता नहीं है। 40 दिन से ज्यादा लंबे समय से कारोबार ठप्प रहने के कारण विदेशों में बसे कई भारतीयो की नौकरी चली गई है। यही हाल दूसरे प्रदेशों में बसे पंजाबियों का है जिनके सामने रोटी का संकट बना हुआ है। पंजाब सरकार देश के दूसरे हिस्सों और विदेशों में फंसे पंजाबियों की वापसी के इंतजाम कर रही है। अब तक करीब 20 हजार पंजाबी घर जाने की इच्छा जता चुके हैं।

पंजाब वापसी के लिए जारी पंजीकरण के तहत, इनमें दूसरे प्रदेशों में फंसे 17,000 और 88 देशों में फंसे 3000 के करीब पंजाबी शामिल हैं। वहीं, दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण की जांच लेकर पंजाब पहले ही सीमित परीक्षण क्षमता से जूझ रहा है। इससे पंजाब पर अब और खतरा मंडराने लगा है। बता दें कि श्री हजूर साहिब से पंजाब लौटे 2635 श्रद्धालुओं और राजस्थान से आने वाले 2,665 प्रवासी श्रमिकों में से सैंकड़ों लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं और पंजाब सरकार टैस्टिंग प्रक्रिया की समस्या से जूझ रही है। अभी भी पंजाब में चार हजार से ज्यादा संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। हालांकि यह संख्या दूसरे प्रदेशों और विदेशों से आने वाले लोगों से काफी कम है।

पहली फ्लाइट में दुबई से आएंगे 200 लोग

विदेश मंत्रालय ने विदेशों में फंसे भारतीय की घर वापसी के प्रबंध के तहत 64 फ्लाइटों का शेड्यूल तैयार किया है। पंजाब की बात करें तो दुबई से जल्द 200 लोगों को लेकर पहली फ्लाईट अमृतसर पहुंचेगी। विदेश मंत्रालय की तरफ से विदेशों से आने भारतीयों की जांच के लिए सभी एयरपोर्टस पर नोडल अफसर नियुक्त किए गए हैं। जो स्थानीय सरकार की तरफ से नियुक्त नोडल अफसरों के साथ कोआर्डीनेट कर विदेश से आने वाले लोगों स्क्रीनिंग सुनिश्चित करेंगे।

अमृतसर में होंगे क्वारेंटाइन, अधिकारियों ने किया जानकारी होने से इनकार

दुबई से 200 पंजाबियों की जो पहली फ्लाइट आ रही है, उनकी स्क्रीनिंग के बाद उन्हें क्वारेंटाइन होम भेज दिया जाएगा। अमृतसर में स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि हमें सूचना मिल गई है और माझा जोन के जिलों अमृतसर, तरनतारन और गुरदासपुर और पठानकोट में रहने वाले यात्रियों को क्वारेंटाइन करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। कुछ लोगों को क्वारेंटाइन वार्डों में ठहराया जाएगा तो कुछ को होटलों में। वहीं इस संबंध में जब जालंधर के स्वास्थ्य अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। 

हफ्ता भर करना पड़ता है रिपोर्ट का इंतजार

पंजाब की विभिन्न लैबोरेट्रियों में रोजाना 2,350 सैंपल टेस्ट किए जाते हैं। इनमें मैडीकल कॉलेज पटियाला में 400, गवर्नमैंट मैडिकल कॉलेज अमृतसर में 400, गुरु गोङ्क्षबद सिंह मैडिकल कॉलेज फरीदकोट में 250, पी.जी.आई. चंडीगढ़ में 60, आई.एम.टैक मोहाली में 10 और डी.एम.सी. लुधियाना में 40 तथा दो प्राइवेट लैबोरेट्रियों तुली लैब अमृतसर में 100 और लाल पैथ लैब में एक हजार टैस्ट रोजाना हो रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, 26 अप्रैल से 5 मई तक इन लैबोरेट्रियों में तीन-तीन शिफ्टों में करीब 15,000 टैस्ट किए गए हैं, अभी भी 4 हजार से ज्यादा मरीजों की रिपोर्ट आनी बाकी है। पिछले एक सप्ताह से अचानक संदिग्ध मरीजों की संख्या बढऩे के कारण समस्या पैदा हो गई है तथा मरीजों को करीब एक सप्ताह तक रिपोर्ट के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि किसी भी सैंपल की जांच रिपोर्ट आने में 24 से 36 का समय लग जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए तुरंत उपाय करने चाहिए।

टेस्टिंग कैपेसिटी बढ़ाने के लिए 15 करोड़ मंजूर

मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च मंत्री ओम प्रकाश सोनी से जब पंजाब में टैसिं्टग कैपेसिटी की कमी के बारे में बात की गई तो उन्होंन कहा कि पंजाब सरकार कोरोना मरीजों की बढ़ रही संख्या के मद्देनजर हर तरह के प्रबंध कर रही है। उन्होंने बताया कि टेस्टिंग कैपेसिटी बढ़ाने के लिए कैप्टन सरकार ने 15 करोड़ रुपए मंजूर कर दिए हैं। इस पैसे से नई मशीनों और अन्य जरूरी सामान के आर्डर दे दिए हैं ताकि कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच में कोई कमी न रहे।

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