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पीड़ित परिवार से मिलने के बाद प्रियंका ने धरना खत्म किया, कल सीएम योगी जाएंगे सोनभद्र

सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवार से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने अपना धरना ये कहते हुए खत्म कर...
पीड़ित परिवार से मिलने के बाद प्रियंका ने धरना खत्म किया, कल सीएम योगी जाएंगे सोनभद्र

सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवार से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने अपना धरना ये कहते हुए खत्म कर दिया कि उनका उद्देश्य अब पूरा हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने ये घोषणा भी की कि कांग्रेस पार्टी घटना में मारे गए व्यक्ति के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देगी। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘मेरा उद्देश्य पूरा हो गया है क्योंकि मैं उनसे (सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवार) मिली हूं। मैं अभी भी हिरासत में हूं। लेकिन अब देखना ये है कि प्रशासन क्या कहता है’।

वहीं, कल रविवार को पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ जाएंगे।

पीड़ित परिवार ने की प्रियंका गांधी से मुलाकात

 शनिवार को सोनभद्र के उभा गांव से 18 पीड़ित परिवार प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने चुनार के गेस्ट हाउस तक पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस महासचिव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रशासन लोगों को मिलने से रोक रहा है। वहीं, प्रशासन की तरफ से कहा गया कि पीड़ित परिवार को उनकी तरफ से ही लाया गया।  

18 पीड़ित परिवार के लोगों की प्रियंका गांधी से मुलाकात पर कांग्रेस का कहना है कि जब परिवार वालों ने सुना कि प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया है, तो वे शुक्रवार शाम 4 बजे ही उनसे मुलाकात करने के लिए निकल पड़े और इस दौरान पीड़ित परिवार ने रातभर चलने के बाद 70 किलो मीटर की दूरी तय कर शनिवार को प्रियंका से मुलाकात की। प्रियंका से मुलाकात कर परिवार काफी देर तक रोते रहे।

यहां देखें वीडियो-

शुक्रवार से धरने पर बैठी हैं प्रियंका

सोनभद्र फायरिंग में दस लोगों की हत्या के बाद उनके परिजनों से मिलने पर अड़ी कांग्रेस महासचिव प्रियंका शुक्रवार से ही चुनार गेस्ट हाउस में धरने पर बैठी हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठीं प्रियंका ने कहा कि अब तक 24 घंटे हो चुके हैं। मैं यहां से तब तक नहीं हटूंगी जब तक हमें सोनभद्र फायरिंग केस के पीड़ितों को मिलने की इजाजत नहीं दी जाती है।

टीएमसी प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने एयसरपोर्ट पर रोका

प्रियंका गांधी को समर्थन देने और गोलीकांड के पीड़ितों से मिलने जा रहे तृणमूल कांग्रस (टीएमसी) के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को यूपी पुलिस ने शनिवार सुबह वाराणसी स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोक लिया, जिसके बाद विरोध में टीएमसी सांसद वाराणसी एयरपोर्ट पर धरने पर बैठ गए हैं। उधर, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी मिर्जापुर के सुनार गेस्ट हाउस पहुंच रहे हैं, जहां प्रियंका को हिरासत में रखा गया।

डेरेक ओ ब्रायन ने शेयर किया वीडियो

टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने अपने ट्विटर हैंडल से वीडियो शेयर किया है। वीडियो में डेरेक ने कहा, 'हमें हिरासत में ले लिया गया है। यहां के एडीएम और एसपी ने कहा कि हम सोनभद्र नहीं जा सकते क्योंकि वहां धारा-144 लगी है। हमने बीएचयू जाने की इच्छा जताई है जहां हम पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद हमारी इच्छा है कि हमें सोनभद्र जाने की इजाजत दी जाए, जहां घटना हुई है।' 

उधर, प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने और उन्हें पीड़ित परिवार से मिलने की इजाजत ने देने के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल राम नाईक से मिलने की बात कही है। 

पीड़ित परिवार प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचा

सोनभद्र हत्याकांड को लेकर जबर्दस्त राजनीति हो रही है। शनिवार को पीड़ित परिवार प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचा। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रशासन लोगों को मिलने से रोक रहा है। वहीं, प्रशासन की तरफ से कहा गया कि पीड़ित परिवार को उनकी तरफ से ही लाया गया।

शुक्रवार को पुलिस ने प्रियंका गांधी के काफिले को रोका

दरअसल, शुक्रवार को सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के काफिले को रोक दिया गया था। प्रियंका के इस काफिले को नारायणपुर पुलिस स्टेशन के पास रोका गया। जमीन विवाद में सोनभद्र में 10 लोगों की हत्या के बाद प्रियंका गांधी पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए वहां जा रही थीं।

'मैंने न कोई कानून तोड़ा है न कोई अपराध किया है' 

इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपनी गिरफ्तारी और सोनभद्र जाने से रोके जाने पर ट्वीट किया, 'मैंने न कोई कानून तोड़ा है न कोई अपराध किया है बल्कि सुबह से मैंने स्पष्ट किया था कि प्रशासन चाहे तो मैं अकेली उनके साथ पीड़ित परिवारों से मिलने आदिवासियों के गांव जाने को तैयार हूं, या प्रशासन जिस तरीके से भी मुझे उनसे मिलाना चाहता है मैं तैयार हूं लेकिन उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा मुझे पिछले 9 घंटे से गिरफ्तार करके चुनार किले में रखा हुआ है।

जमानत नहीं तो भेजेंगे जेल

प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रशासन कह रहा है कि मुझे 50,000 की जमानत देनी है अन्यथा मुझे 14 दिन के लिए जेल की सजा दी जाएगी, मगर वे मुझे सोनभद्र नहीं जाने देंगे ऐसा उन्हें ऊपर से ऑर्डर है।'

पीड़ित परिवार से मिलने का मेरा निर्णय अडिग है

प्रियंका गांधी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'मैं नरसंहार का दंश झेल रहे गरीब आदिवासियों से मिलने, उनकी व्यथा-कथा जानने आई हूं। जनता का सेवक होने के नाते यह मेरा धर्म है और नैतिक अधिकार भी। उनसे मिलने का मेरा निर्णय अडिग है। मगर इसके बावजूद यूपी सरकार ने यह तमाशा किया हुआ है. जनता सब देख रही है.

प्रियंका गांधी ने कहा, ‘मैं इस संदर्भ में जमानत को अनैतिक मानती हूं और इसे देने को तैयार नहीं हूं। मेरी साफ मांग है कि मुझे पीड़ित आदिवासियों से मिलने दिया जाए। सरकार को जो उचित लगे वह करे’।

चुनार गेस्ट हाउस में रुकी हैं प्रियंका

प्रियंका गांधी मिर्जापुर के चुनार गेस्ट हाउस में अभी रुकी हुई हैं। मिर्जापुर के स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि चुनार गेस्ट हाउस में प्रशासन बिजली में कटौती करना चाहता है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रशासन प्रियंका गांधी को परेशान करना चाहता है, जिससे वे जगह छोड़कर चली जाएं। लेकिन हम मोमबत्ती लेकर ही विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।

‘क्या पीड़ित परिवार से मिलना अपराध की श्रेणी में आता है

कांग्रेस महासचिव ने अपनी गिरफ्तारी पर कहा कि मुख्यमंत्री योगी पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले मुझे यह बताएं मेरी गिरफ्तारी क्यों की गई। क्या पीड़ित परिवार से मिलना अपराध की श्रेणी में आता है। इससे पहले प्रियंका गांधी ने वाराणसी के ट्रामा सेंटर में सोनभद्र की घटना में घायलों से मुलाकात की। इस दौरान सोनभद्र हत्याकांड के घायलों के परिजनों ने प्रियंका गांधी से आपबीती सुनाई।

‘यूपी सरकार के अधिकारी मुझसे कह रहे हैं कि मैं पीड़ित परिवारों से मिले बिना लौट जाऊं’

प्रियंका गांधी ने बताया कि जो भी सरकारी ऑफिसर उनके पास आए हैं वो उनसे कह रहें हैं कि बिना पीड़ित परिवारों से मुलाकत किए बिना ही मैं यहां से चली जाऊं। सोनभद्र में धरने पर बैठी प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश सरकार की ड्यूटी है अपराधियों को पकड़ना। मेरा कर्तव्य है अपराध से पीड़ित लोगों के पक्ष में खड़े होना। भाजपा अपराध रोकने में तो नाकामयाब है मगर मुझे मेरा कर्तव्य करने से रोक रही है। मुझे पीड़ितों के समर्थन में खड़े होने से कोई रोक नहीं सकता। कृपया अपराध रोकिए!’

प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने से रोके जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेन्नई में भी शुरू किया प्रदर्शन।

सोनभद्र में क्या हुआ

बुधवार को सोनभद्र जिले में भूमि विवाद को लेकर हुई हिंसा में 10 लोगों की हत्या हो गई थी, जबकि 24 से भी अधिक लोग घायल हो गए थे। यह घटना तब हुई जब एक जमीन के टुकड़े को लेकर गुजर और गोंड समुदाय के बीच विवाद हुआ। पुलिस ने इस सामूहिक हत्याकांड के मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया है और बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।

इस मामले में 78 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 50 अज्ञात हैं। एक स्थानीय व्यक्ति लल्लु सिंह की याचिका पर गांव के मुखिया यज्ञदूत व उसके भाई और अन्य पर भी एससी/एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, हत्याकांड में प्रयोग में लाए गए दो हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पुलिस महानिदेशक ओ.पी सिंह को मामले पर कड़ी नजर रखने का आदेश दिया है।

 

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