Advertisement

गुजरात चुनाव में पाकिस्तान की कमी थी, वह भी पूरी हो गई

गुजरात चुनाव में वार और पलटवार तीखे होते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात विधानसभा...
गुजरात चुनाव में पाकिस्तान की कमी थी, वह भी पूरी हो गई

गुजरात चुनाव में वार और पलटवार तीखे होते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात विधानसभा चुनावों में पाकिस्तान के दखल को लेकर कांग्रेस पर सनसनीखेज आरोप लगाये। इसे लेकर उन्होंने कांग्रेस से स्पष्टीकरण भी मांगा।

उन्होंने पालनपुर रैली में अहमद पटेल और मणिशंकर अय्यर पर निशाना साधते हुए पाकिस्तान का जिक्र किया।

पीएम मोदी ने पूछा, 'क्या कारण है कि जो शख्स पाकिस्तानी सेना का अधिकारी रह चुका हो वह लिख रहा है कि अहमद पटेल को सीएम बनाने के लिए मदद करनी चाहिए?'

मोदी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के पूर्व महानिदेशक सरदार अरशद रफीक ने अहमद पटेल को गुजरात का अगला मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन किया था।

वहीं मणिशंकर अय्यर पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मीडिया में मणिशंकर अय्यर के आवास पर हुई बैठक के बारे में कल खबरें थीं। इसमें पाकिस्तान के उच्चायुक्त, पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री, भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हिस्सा लिया।’’ मोदी ने कहा कि अय्यर के आवास पर तकरीबन तीन घंटे तक बैठक चली। अगले दिन मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मोदी ‘नीच’ है। यह गंभीर मामला है।

मोदी ने कहा, ‘‘और उस बैठक के बाद गुजरात की जनता, पिछड़ा समुदाय, गरीब लोगों और मोदी का अपमान किया गया। क्या आप नहीं मानते कि इस तरह की घटनाएं संदेह पैदा करती हैं।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश की जनता को बताना चाहिए कि क्या योजना बन रही थी।

अय्यर पीएम मोदी पर अपनी टिप्पणी को लेकर पहले ही सुर्खियों में हैं। हालांकि, उन्होंने इसके लिए बाद में माफी भी मांगी लेकिन मोदी इस बहाने कांग्रेस को घेरने का कोई मौका चूकना नहीं चाहते। मोदी हर वह हथकंडा अपना रहे हैं, जो माहौल को उनके पक्ष में मोड़ने में कारगर साबित हो सकता है। 

इससे पहले वे शहजाद पूनावाला, सलमान निज़ामी के ट्वीट, राहुल गांधी के मंदिर जाने को लेकर कांग्रेस पर हमले बोल चुके हैं। उन्होंने 'मुगलई मानसिकता' का भी जिक्र किया लेकिन अब मोदी पाकिस्तान को भी बीच में ले लाए हैं।

जैसे-जैसे चुनाव चरम पर पहुंचते हैं, राजनीतिक पार्टियां वोट के लिए साम, दाम, दंड, भेद की नीति अपनाने लगती हैं। चूंकि पाकिस्तान भारत के नव राष्ट्रवाद के लिए एक जरूरी टूल की तरह है इसलिए भाजपा उसका इस्तेमाल ध्रुवीकरण के लिए करती रही है। बिहार विधानसभा चुनाव में भी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि अगर हम हारे तो पाकिस्तान में पटाखे फूटेंगे।

चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी 'मुगल' शब्द का भी इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसकी अपनी अलग धार्मिक व्याख्या है और वह जानते हैं कि इसके जरिए वह किन वोटर्स को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।

अभी तक गुजरात चुनाव नेशनल लेवल का मुद्दा बना हुआ था, लेकिन अब पाकिस्तान के जिक्र से इसे इंटरनेशनल करने की कोशिश हो रही है। जबकि इस बार 'गुजरात मॉडल' का जिक्र कम ही सुनाई दे रहा है। भाजपा चुनाव को व्यक्तिगत स्तर और गुजराती अस्मिता पर लाने की कोशिश में जुटी है। 

बहरहाल, जो भी हो चुनाव के अंतिम दौर से पहले भारतीय राजनीति के असल खेल देखने को मिल रहे हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad