दरअसल, मुलायम सिंह यादव सपा के पूर्व कद्दावर मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति से सोमवार को ही मिलने वाले थे, लेकिन लेकिन जेल प्रशासन ने मुलाकात की अनुमति नहीं दी थी। जेल में कैदियों से मिलने का समय खत्म होने के बाद मुलायम के आने का कार्यक्रम पता चला, जिसके बाद जेल प्रशासन ने अपनी असमर्थता जताई।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह की गायत्री से मुलाकात को लेकर कई सियासी अर्थ निकाले जा रहे हैं। अखिलेश सरकार के दौरान मंत्री पद से बर्खास्त किए गए गायत्री को मुलायम के ही हस्तक्षेप के बाद दोबारा मंत्री पद मिला था।
गौरतलब है कि पुलिस भी जल्द ही लखनऊ जेल में बंद सपा के पूर्व मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति सहित उनके सात सहयोगियों के खिलाफ 3 जुलाई को गैंगरेप केस में आरोप तय करने की तैयारी में है। इस केस की सुनवाई पॉक्सो एक्ट की विशेष अदालत में चल रही है।