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यूपी: छात्रा से पुलिस की मारपीट और आपत्तिजनक टिप्पणी, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड

उत्तर प्रदेश के मेरठ में मेडिकल कॉलेज के बीए नर्सिंग के दो अलग संप्रदाय के छात्र- छात्राओं को लेकर...
यूपी: छात्रा से पुलिस की मारपीट और आपत्तिजनक टिप्पणी, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड

उत्तर प्रदेश के मेरठ में मेडिकल कॉलेज के बीए नर्सिंग के दो अलग संप्रदाय के छात्र- छात्राओं को लेकर रविवार को विश्व हिंदू परिषद द्वारा किए गए हंगामे के मामले में मंगलवार को एक नया मोड़ आ गया है। हंगामे के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक विडियो के कारण अब मेरठ पुलिस आलोचना का शिकार हो रही है। वहीं, एक महिला पुलिस कॉन्सटेबल समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

सोशल मीडिया पर वायरल उक्त विडियो में एक महिला पुलिसकर्मी छात्रा की पिटाई करते दिख रही है। वहीं इस विडियो में पुलिस वाले छात्रा के दोस्त को लेकर उस पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते भी दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस विडियो में पुलिसकर्मी जबरन छात्रा का चेहरा भी सार्वजनिक करते दिखे हैं।

दरअसल, रविवार को मेरठ के जागृति विहार स्थित एक मकान में विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर छापेमारी की थी। इस दौरान इस घर में मौजूद मेडिकल कॉलेज की एक छात्रा और छात्र पर संगठन के लोगों ने गलत काम करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। आरोप है कि वीएचपी कार्यकर्ताओं ने यहां मौजूद छात्र की पिटाई की थी और छात्रा के साथ भी दुर्व्यहवार किया था। बताया जा रहा है कि घर में मौजूद छात्र और छात्रा अलग-अलग संप्रदाय के थे।

छात्रा को थाने लाकर की गई पूछताछ

इस हंगामे के बीच मौके पर पहुंची पुलिस दोनों का थाने पर ले आई थी,जहां पूछताछ में छात्रा ने बताया कि वह हापुड़ की रहने वाली है और कॉलेज के छात्रावास में रहती है। पुलिस की पूछताछ में छात्रा ने कहा कि वह अपने दोस्त के घर पर पढ़ाई के लिए आई थी। हालांकि इस बयान के बाद भी पुलिस ने दोनों को देर शाम तक थाने पर बैठाए रखा, वहीं छात्रा के परिजनों के आने के बाद उसे और उक्त युवक को छोड़ दिया गया।

सीओ ने की थी कार्रवाई की संस्तुति

इस पूरे घटनाक्रम के बाद मंगलवार को सोशल मिडिया में वायरल हुए एक वीडियो से यह मामला फिर से चर्चा का विषय बन गया। विडियो में छात्रा की पिटाई, आपत्तिजनक टिप्पणी और पहचान सार्वजनिक होने की बात सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर सीओ सिविल लाइंस राम अर्ज ने फुटेज के आधार पर सलेख चंद, नीतू सिंह और सेंसरपाल नाम के तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति करते हुए एसएसपी को अपनी रिपोर्ट भेज दी, जिसके बाद देर शाम तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।


 

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