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गायों की मौत के बाद बैकफुट पर शिवराज, गौ कैबिनेट की जगह बदली

मध्य प्रदेश के आगर के गौ अभ्यारण्य में गायों की लगातार हो रही मौतों का मामला उठने के बाद यहां होने वाली...
गायों की मौत के बाद बैकफुट पर शिवराज, गौ कैबिनेट की जगह बदली

मध्य प्रदेश के आगर के गौ अभ्यारण्य में गायों की लगातार हो रही मौतों का मामला उठने के बाद यहां होने वाली पहली गौ केबिनेट की बैठक स्थगित कर दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अब यह बैठक राजधानी भोपाल में करेंगे। इसमें राज्य सरकार गौ सरंक्षण के लिए पहली बार गाय  सेस लगाने पर विचार करने वाली है।

गायों की मौत के बाद बदला स्थान

हाल में राज्य सरकार ने पहली गौ कैबिनेट के गठन की घोषणा करते हुए  आगर जिले के गौ अभ्यारण्य में गौ केबिनेट की बैठक करने का फैसला लिया था। इसके बाद उस अभ्यारण्य से लगातार बड़ी संख्या में गायों की मौत होने का मामला सामने आया। इसको देखते हुए कै बिनेट की बैठक वहां पर नहीं करने का फैसला लिया है। अभ्यारण्य में करीब 4000 गाय है, जिसमें से प्रतिदिन कई गायों की मौत हो रही है।

गाय सेस लगाने की तैयारी

गौ संरक्षण के लिए शिवराज सरकार गाय सेस लगाने पर विचार कर रही है। इसी तरह का टैक्स लगाने का मसौदा कमलनाथ सरकार में भी तैयार हुआ था। शिवराज सरकार भी उसी रास्ते पर चलने जा रही है। सेस से एकत्र की गई राशि से बड़ी संख्या में आधुनिक गौ शालायों का निर्माण और वहां पर गायों का बेहतर रख रखाव किया जायेगा।  सरकार रजिस्ट्री, वाहन और शराब पर गाय सेस लगाने के विकल्पों पर विचार कर रही है। कमलनाथ सरकार ने गौशालाएं खोलने के लिए धन जुटाने वन, राजस्व, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिवों की एक कमेटी का गठन किया था। इस समय राज्य में लगभग 1300 गोशालाएं हैं जिनमें 1.80 लाख गायों को रखा गया है।

 

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