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सूरत में मजदूरों का प्रदर्शन और ऑफिस पर पथराव, लॉकडाउन में काम कराने का आरोप

गुजरात के सूरत में मजदूरों ने मंगलवार को डायमंड बोर्स कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और पत्थर फेंके।...
सूरत में मजदूरों का  प्रदर्शन और ऑफिस पर पथराव, लॉकडाउन में काम कराने का आरोप

गुजरात के सूरत में मजदूरों ने मंगलवार को डायमंड बोर्स कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और पत्थर फेंके। मजदूरों का आरोप है कि लॉकडाउन के बावजूद उनसे काम करवाया जा रहा है। इसके अलावा मजदूरों ने मांग की है कि उन्हें मूल निवास स्थानों पर वापस भेजा जाए।

बता दें, 3 मई तक लागू लॉकडाउन के दूसरे चरण के बीच देश के कई राज्यों में प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं। यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बंद है। इससे पहले भी सूरत में मजदूरों ने घर वापस भेजने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।

वहीं, गुजरात में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मंगलवार तक राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,548 हो गई है। जबकि अहमदाबाद (2,378) और सूरत ( 556) में सबसे ज्यादा मामले आए हैं।

मजदूरों ने किया था प्रदर्शन और आगजनी

इससे पहले 11 अप्रैल को भी सूरत में लॉकडाउन से परेशान होकर सैकड़ों प्रवासी मजदूरों ने सड़क पर प्रदर्शन किया था। मजदूरों ने सरकार से वापस घर भेजने की व्यवस्था करने की मांग की थी। हुए उग्र प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने कई वाहन को आग के हवाले कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने आगजनी करने वालों को खदेड़कर स्थिति को अपने काबू में लिया।

महाराष्ट्र में बांद्रा स्टेशन आ गए थे मजदूर

इससे पहले सूरत के अलावा महाराष्ट्र और दिल्ली से भी इसी तरह की तस्वीरे आई थी। बीते दिनों मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर हजारों की तादात में प्रवासी मजदूर इकठ्ठा हो गए थे। ये सभी मजदूर सरकार से घर वापस भेजे जाने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी प्रवासियों को आश्वासन दिया कि उनकी चिन्ता सरकार कर रही है। वहीं, हाल ही में उद्धव ठाकरे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वो केंद्र के साथ बातचीत कर रहे है। ट्रेन नहीं चलाई जाएगी। लेकिन, प्रवासी मजदूरों को घर वापस भेजने को लेकर हर संभव मदद किया जाएगा। इस बाबत सरकार लगातार प्रयास कर रही है।

यूपी सरकार ने भी उठाया ये कदम

राजस्थान के कोटा में फंसे हजारों बच्चों को स्व-राज्य वापस बुलाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार अब अपने प्रवासी श्रमिकों को वापस लेकर आ रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को जानकारी दी थी कि पहले चरण में हरियाणा से 2,224 मजदूरों को 82 बसों से यूपी लाया गया है। जबकि रविवार तक करीब 11 हजार मजदूरों को वापस लाया गया। यूपी के बाद अब मध्य प्रदेश और ओडिशा भी अपने राज्य के फंसे लोगों को मंगवाने की कवायद तेज कर दी है। 

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