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कड़ी सुरक्षा के बीच खुले सबरीमाला मंदिर के कपाट

कड़ी सुरक्षा के बीच सबरीमाला के अय्यप्पा मंदिर में शाम पांच बजे कपाट खुलने के बाद दर्शन शुरू हो गए।...
कड़ी सुरक्षा के बीच खुले सबरीमाला मंदिर के कपाट

कड़ी सुरक्षा के बीच सबरीमाला के अय्यप्पा मंदिर में शाम पांच बजे कपाट खुलने के बाद दर्शन शुरू हो गए। पूजन के लिए श्रद्धालुओं ने पवित्र सीढ़ियों से होकर मंदिर में प्रवेश किया।

सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर के फैसले के बाद से महिलाओं के मंदिर में प्रवेश को लेकर खासा विरोध प्रदर्शन हुआ। मंगलवार रात 10 बजे मंदिर फिर से बंद हो जाएगा। 20 सदस्यीय कमांडो टीम और 100 महिलाओं समेत 2,300 कर्मियों को दर्शन और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया गया है। पचास वर्ष से अधिक की आयु वाली कम से कम 15 महिला पुलिसकर्मियों को सन्निधानम में तैनात किया गया है।

सुबह आठ बजे पुलिस ने बैरिकेड हटाए और पांबा से श्रद्धालुओं को यात्रा करने की इजाजत दी। निलक्कल और एरुमेली में सैकड़ों श्रद्धालु बहस करते हुए दिखाई दिए क्योंकि उन्होंने लगातार आगे बढ़ने पर पुलिस की बाधाओं का सामना करना पड़ रहा था। श्रद्धालु जब गर्भगृह पहुंचने का प्रयास कर रहे थे, तो उनसे उनके पहचान पत्रों की जांच कराने व सवालों के जवाब देने का आग्रह किया गया।  

सोमवार शाम को दर्शन शुरू होने के बाद श्रद्धालु पवित्र पतिनेट्टम पाड़ी पर चढ़कर मंदिर में पूजा के लिए पहुंचे। अताझा पूजा  के लिए मंदिर के दरवाजे खुलते ही काफी भीड़ जमा हो गई।

पुलिस ने बताया कि पूरे इलाके में निषेधाज्ञा लागू की गई है और चार से अधिक लोगों के एक साथ एकत्र होने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, इस तरह की किलेबंदी का पूर्ववर्ती शाही परिवार पंडालम, भाजपा और कांग्रेस ने विरोध किया है। 

'महिला पत्रकार नहीं आएं'

वहीं आंदोलन कर रहे कई हिंदू संगठनों ने मीडिया संगठनों से इस मुद्दे को कवर करने के लिए महिला पत्रकारों को न भेजने की अपील की है। विश्व हिंदू परिषद और हिंदू ऐक्यवेदी समेत दक्षिणपंथी संगठनों के संयुक्त मंच सबरीमला कर्म समिति ने यह अपील जारी की है।  संपादकों को लिखे पत्र में समिति ने कहा कि इस आयु वर्ग की महिलाओं के अपने काम के सिलसिले में मंदिर में प्रवेश करने से स्थिति और बिगड़ सकती है। इस पत्र की एक प्रति मीडिया को भी जारी की गई है। इसके साथ ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रखने की बात की गई है। इस बीच केरल के पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा ने स्पष्ट किया है कि पत्रकारों पर किसी भी तरह की कोई रोक नहीं है।

मंदिर का कार्यक्रम

मंदिर सोमवार को शाम पांच बजे विशेष पूजा 'श्री चितिरा अट्टा तिरूनाल' के लिए खुलेगा और उसी दिन रात 10 बजे बंद हो जाएगा। तांत्री कंडारारू राजीवारू और मुख्य पुजारी उन्नीकृष्णन नम्बूदिरी मंदिर के कपाट संयुक्त रूप से खोलेंगे और श्रीकोविल (गर्भगृह) में दीप जलाएंगे। इसके बाद 17 नवंबर से तीन महीने लंबी वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए दर्शन के लिए फिर से खोला जाएगा।

17 नवंबर से शुरू होगी त्रिमासिक पूजा

सबरीमाला मंदिर आज संक्षिप्त पूजा के लिए खोला जाएगा। लेकिन प्रशासन की मुख्य चिंता इसी महीने की 17 तारीख से शुरू होने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा दर्शन है। यह यात्रा तीन महीने चलती है और दो से तीन करोड़ तक दर्शनार्थी आते हैं।

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