Advertisement

झारखंड: बच्चा चोर के संदेह पर ग्रामीणों ने सात लोगों की हत्या की

झारखंड के जमशेदपुर इलाके में बच्चा चोरी करने के संदेह पर कुछ ग्रामीणों ने सात लोगों को पीट-पीटकर मार डाला। भीड़ के गुस्से का आलम यह था कि पिटते हुए लोगों को बचाने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर भी ग्रामीणों ने हमला किया। चार लोगों को राजनगर में और तीन युवकों को बागबेड़ा थाना के नागाडीह में रात 9 बजे लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला।
झारखंड: बच्चा चोर के संदेह पर ग्रामीणों ने सात लोगों की हत्या की

जानकारी के अनुसार, मृतकों में घाटशिला के फूलपाल निवासी मो. नईम, हल्दीपोखर के रहने वाले मो. सज्जाद उर्फ सज्जू, मो. सिराज और मो अलीम शामिल हैं। ये सभी पशु व्यापारी थे। राजनगर में ग्रामीणों ने इनकी एक इंडिका कार को भी जला दिया। इस घटना की सूचना पाकर पहुंची पुलिस से भी ग्रामीणों की हिंसक झड़प हो गई।

वहीं, देर रात जमशेदपुर से सटे नागाड़ी गांव में भी बच्चा चोर के अफवाह पर तीन लोगों की हत्या कर दी गई। इनमें दो भाई शामिल हैं। गुरुवार को सात हत्याओं के बाद हालात काफी बेकाबू हो गए। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी तिलेश्वर कुशवाहा की सरकारी गाड़ी को भी फूंक दिया।

बेकाबू भीड़ से हुई झड़प में थाना प्रभारी समेत पांच अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। थाना प्रभारी और सिपाही मनोज झा को गंभीर चोटें लगी हैं। जमशेदपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर राजनगर में यह घटना घटित हुई। घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। एसपी राकेश बंसल के आदेश पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि गुरुवार तड़के तीन बजे इंडिका और जायलो कार से लगभग 8 लोग शोभापुर गांव पहुंचे थे। यहां मौजूद ग्रामीणों को इनकी गतिविधियां संदिग्ध दिखीं, जिसके बाद गोपीनाथपुर और कमलपुर गांव में हल्ला हुआ कि बच्चा चोर गांव आए हुए हैं। इसके बाद दर्जनों लोग पारंपरिक हथियारों से लैस होकर बच्चा चोर को खोजते हुए पकड़ा और उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी।  

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement