Advertisement

बुलेट ट्रेन फाउंडेशन: पीएम शिंजो बोले- 'जय इंडिया जय जापान'

गुजरात की धरती पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे ने देश की पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। यह प्रोजेक्ट करीब 1 लाख करोड़ रुपये का है। सरकार ने इस प्रोजेक्ट को निर्धारित समय से एक साल पहले यानी 2022 में पूरा करने की बात कही।
बुलेट ट्रेन फाउंडेशन: पीएम शिंजो बोले- 'जय इंडिया जय जापान'

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने के बाद जापान के पीएम शिंजो आबे ने अपना संबोधन ‘नमस्कार’ कहकर शुरु किया। उन्होंने कहा कि ऐसा करके उन्हें बेहद खुशी हो रही है। इससे भारत और जापान के रिश्ते और मजबूत हुए हैं। उन्होंने कहा कि ठीक 10 साल पहले मुझे भारत के संसद में भाषण देने का मौका मिला था। जापान और भारत की रिश्तेदारी हिंद और प्रशांत महासागर का संगम है।

आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए आबे ने कहा, ‘मजबूत भारत जापान के हित में है और मजबूत जापान भारत के हित में है।’ 1964 में जापान की हाई स्पीड रेलवे सेवा की शुरुआत हुई और इसी के साथ जापान की अर्थव्यवस्था और लोगों के जीवन में बदलाव आया और जापान के शहरों के बीच दूरी कम हुई। शिंजो आबे ने आगे कहा कि पीएम मोदी ग्लोबल और दूरदर्शी नेता हैं। उन्होंने कहा कि जापान और भारत को एशिया के 2 बड़े लोकतंत्र हैं।

बुलेट ट्रेन को लेकर शिंजो आबे ने कहा कि यह विश्व की सबसे सुरक्षित रेल यात्रा है। जापान में आजतक कोई जानलेवा हादसा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हम भारत में भी बुलेट ट्रेन यात्रा को सुरक्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस सपने को साकार करने की प्रतिज्ञा ली है। जापान और भारत के इंजीनियर मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। जापान से 100 इंजीनियर भारत आए हैं।

आखिर में शिंजो आबे ने कहा कि अगर जापान का ‘JA’ और इंडिया का ‘I’ मिला दिया जाए तो ‘जय’ हो जाएगा। उन्होंने कहा, मैं जब अगली बार आऊं तो बुलेट ट्रेन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ आऊं। आबे ने मुझे गुजरात बहुत पसंद है कहते हुए, अपने भाषण का अंत हिन्दी में 'धन्यवाद' के साथ किया।

क्या है बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट-

- प्रोजेक्ट की कॉस्ट: मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की कॉस्ट 1.20 लाख करोड़ रुपए है। जापान महज 0.1 इंट्रेस्ट रेट पर 50 साल के लिए करीब 88 हजार करोड़ रुपए का कर्ज दे रहा है। यानी ये बहुत सस्ता कर्ज है। मेक इन इंडिया के तहत देश में 2025 तक सस्ती बुलेट ट्रेनें बनेंगी। इससे इम्पोर्ट का पैसा बचेगा।

- कितनी दूरी, कितनी रफ्तार: यह बुलेट ट्रेन 2022 तक चलाई जानी है। 508 किमी के मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बुलेट ट्रेन की मैक्जिमम स्पीड 320 किमी/घंटा होगी। यह 12 स्टेशनों से गुजरकर तीन घंटे में मुंबई से अहमदाबाद पहुंचेगी।

- कैसा होगा रूट: 508 किमी में से 468 किमी लंबा ट्रैक एलिवेटेड रहेगा। 7 किमी का हिस्सा समुद्र के अंदर होगा। 25 किमी का रूट सुरंग से गुजरेगा। बुलेट ट्रेन 70 हाईवे, 21 नदियां पार करेगी। 173 बड़े और 201 छोटे ब्रिज बनेंगे।

- कितने कोच, कितने पैसेंजर्स: शुरुआत 10 कोच वाली ट्रेन के साथ होगी। इसमें 750 लोग बैठ सकेंगे। बाद में 1200 लोगों के लिए 16 कोच हो जाएंगे। ट्रेन में हर दिन 36,000 पैसेंजर्स सफर करेंगे। यह ट्रेन रोजाना 35 फेरे लगाएगी।

- दोनों देशों की जरूरत: जापान इंडोनेशिया में इसी तरह का प्रोजेक्ट हासिल करना चाहता था, लेकिन वहां यह प्रोजेक्ट चीन को मिल गया। लिहाजा, जापान के लिए मुंबई-अहमदाबाद प्रोजेक्ट अहम है। भारत के लिए यह माना जा रहा है कि बुलेट ट्रेन 160 साल पुरानी भारतीय रेल में नया रिवॉल्यूशन लाएगी।

- कितना किराया: मुंबई-अहमदाबाद के बीच अभी हवाई किराया 3500 से 4000 रुपए के आसपास है। बुलेट ट्रेन में यह किराया 2700 से 3000 रुपए के बीच हो सकता है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad