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हिमाचल के पूर्व सीएम शांता कुमार ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कंगना काे सुरक्षा देने की मांग की

हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कंगना रनौत को सुरक्षा प्रदान करने की बात करने के कुछ घंटों...
हिमाचल के पूर्व सीएम शांता कुमार ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कंगना काे सुरक्षा देने की मांग की

हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कंगना रनौत को सुरक्षा प्रदान करने की बात करने के कुछ घंटों बाद, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर बॉलीवुड अभिनेत्री के लिए सुरक्षा की मांग की है।

उन्होंने लिखा, “कंगना का परिवार और पूरा हिमाचल उसकी सुरक्षा को लेकर चिंतित है। सीएम के रूप में, ठाकरे को अभिनेत्री को पूरी सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए और अपनी पार्टी के नेताओं को उसे नुकसान पहुंचाने से रोकना चाहिए।”

उन्होंने लिखा है कि फ‍िल्‍म जगत मेें हिमाचल प्रदेश की इस बहादुर लड़की ने ही राष्ट्रवाद का बड़े साहस से समर्थन करते हुए कहा था - 'हां है मेरा एजेंडा राष्ट्रवाद-राष्ट्रवाद-राष्ट्रवाद।' उन्होंने कहा कि शिव सेना एक मात्र ऐसी पार्टी है, जो भाजपा के बाद राष्ट्रवाद का समर्थन करती है। इस दृष्टि से कंगना रणौत को शिव सेना की ओर से बहुत अधिक सहयोग मिलना चाहिए।

शांता ने कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या और उनकी मौत के बाद सामने आए तथ्यों ने देश को झकझोर दिया है। उन्होंने कहा, "बॉलीवुड में कई संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं, जिन पर कंगना ने साहस के साथ बात की है।"

कंगना का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में प्रत्येक नागरिक को बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। हालांकि, कुछ टिप्पणियों को लेकर शिवसेना के कुछ नेता कंगना को धमकियां दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना नेता और लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मनोहर जोशी उनके पुराने मित्र हैं और "मैंने उन्हें भी कंगना को सुरक्षा प्रदान करने के लिए लिखा है।"

शांता ने अभिनेत्री के परिवार से भी बात की और उन्हें सलाह दी कि कंगना को अब विवाद में नहीं पड़ना चाहिए। उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर से इस मुद्दे पर अपने महाराष्ट्र समकक्ष से बात करने के लिए भी कहा है।

इस बीच कंगना के पिता अमरदीप सिंह रनौत, जो रविवार को मनाली पहुंचे, ने अभिनेत्री (बेटी) के साथ अपनी चिंताओं को साझा किया और उन्हें शांत रहने की सलाह दी। उसके खिलाफ हर बयान पर प्रतिक्रिया देने से बचे।

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