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BARC के पूर्व CEO पार्थो दासगुप्ता को मिली जमानत, आरोप- अर्नब ने TRP में छेड़छाड़ के लिए दिए थे 40 लाख रूपए

बॉम्बे हाईकोर्ट ने टीआरपी घोटाले मामले में गिरफ्तार ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के...
BARC के पूर्व CEO पार्थो दासगुप्ता को मिली जमानत, आरोप- अर्नब ने TRP में छेड़छाड़ के लिए दिए थे 40 लाख रूपए

बॉम्बे हाईकोर्ट ने टीआरपी घोटाले मामले में गिरफ्तार ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता को जमानत दे दी है। ये जमानत जस्टिस पी डी नाइक ने दासगुप्ता को दो लाख रूपए के निजी बॉन्ड और उसी का दो सॉल्वेंट पर जमानत मिली है। दासगुप्ता ने इस साल जनवरी में हाईकोर्ट में जमानत याचिका की अर्जी दाखिल की थी। लेकिन, कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा था कि वो इस मामले में मास्टरमाइंट की भूमिका में हैं।

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बीते महीने पार्थो दासगुप्ता ने खुलासा किया था कि रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने उन्हें टीआरपी में छेड़छाड़ के लिए 12 डॉलर और 40 लाख रूपए दिए थे। पार्थो दासगुप्ता को बीते साल दिसंबर में गिरफ्तार किया गया था। इस बात का खुलासा मुंबई पुलिस ने किया था।

पैसे के लेने देने की बात इंडियन एक्सप्रेस  के  मुताबिक पार्थो दासगुप्ता ने मुंबई पुलिस के सामने लिखित बयान में किया था। पार्थो ने ये भी कहा था कि उसे फिक्स रेटिंग के लिए कुल 40 लाख रूपए तीन साल में मिले थे।

मुंबई पुलिस ने मामले में 3,600 पन्ने का सप्लीमेंट्री चार्जशीट बीते 11 जनवरी को कोर्ट में फाइल किया था। इसमें बार्क के फॉरेंसिक रिपोर्ट को भी पेश किया गया था। इसके अलावा मुंबई पुलिस ने दासगुप्ता और अर्नब के बीच हुई लंबी बातचीत का व्हाट्सएप चैट, और 59 लोगों का बयान भी फाइल किया गया था जिसमें केबल ऑपरेटर्स और बार्क काउंसिल के पूर्व कर्मचारी शामिल हैं।

मुंबई पुलिस के मुताबिक तीन चैनल इस हेराफेरी में शामिल हैं। जिसमे रिपब्लिक टीवी, फ़क्त मराठी, बॉक्स सिनेमा है। आरोप है कि इन चैनलों को देखने के लिए और टीआरपी बढ़ाने के लिए दर्शकों को 400-500 रुपये का भुगतान किया। ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) जो टीआरपी को मापता है ने डेटा मापने के लिए मुंबई में 2,000 से अधिक बैरोमीटर लगाए हैं। जिन स्थानों पर ये उपकरण स्थापित हैं वे गोपनीय हैं। 

 

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