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रायबरेली जेल में 'अपराधियों की मौज' पर बड़ी कार्रवाई, 6 अधिकारी निलंबित

उत्तर प्रदेश की जेलों में अपराधियों की मौज पर जेल और जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इस मामले...
रायबरेली जेल में 'अपराधियों की मौज' पर बड़ी कार्रवाई, 6 अधिकारी निलंबित

उत्तर प्रदेश की जेलों में अपराधियों की मौज पर जेल और जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इस मामले शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन ने इस मामले में रायबरेली जेल के 6 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।

प्रशासन ने जेल अधिकारियों द्वारा इस मामले में बरती गई शिथिलता को लेकर न सिर्फ निलंबित किया है बल्कि इन अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की भी बात कही है।

वीडियो में दिखने वाले चार कैदियों को दूसरे जेल में भेजा

टीवी और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे रायबरेली जेल के इस वीडियो में दिखाई देने वाले चार कैदियों को जिला अधिकारी कार्यालय के आदेश के बाद दूसरी जेल में स्थानातंरित कर दिया गया है। प्रशासन के निर्देश पर जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा दोबारा रायबरेली जेल की तलाशी ली गई, जहां से कुछ सुविधा भोगी वस्तुएं बरामद की गईं जैसे-  सिगरेट, लाइटर, माचिस,  मिठाइयां और ड्राई फ्रूट आदि खाद्य पदार्थ।

इन अधिकारियों को किया गया निलंबित- 

इस पूरे मामले में बरती गई शिथिलता के लिए 6 अधिकारियों का दायित्व निर्धारित करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया।

- प्रमोद कुमार शुक्ल, वरिष्ठ अधीक्षक जिला कारागार रायबरेली।

- गोविंद राम वर्मा, कारापाल जिला कारागार रायबरेली।

- रामचंद्र तिवारी, उपकारापाल जिला कारागार रायबरेली। 

- लालता प्रसाद उपाध्याय, हेड जेल वार्डर जिला कारागार रायबरेली।

- गंगाराम, जेल वार्डर जिला कारागार रायबरेली।

- शिवमंगल सिंह, जेल वार्डर जिला कारागार रायबरेली।  

रायबरेली जेल का वीडियो हुआ वायरल

दरअसल, इससे पहले रायबरेली जेल के एक वायरल वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा था, जिसमें जेल में बंद अपराधी न सिर्फ शराब पी रहे हैं, बल्कि असलहा और कारतूस भी रखे हुए हैं। वीडियो में एक अपराधी जेलर और डिप्टी जेलर को पैसे देने की बात कर रहा है तो एक अपराधी ने एक कारोबारी को धमकी भी दी।

कुछ माह पूर्व बागपत जेल में माफिया मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद सरकार ने जेलों में सुधार के लिए पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने प्रदेश भर के जेलों का भ्रमण किया और दूसरे प्रदेशों की जेलों का भ्रमण कर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी।

कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सरकार की ओर से कार्रवाई भी शुरू की गई, लेकिन जेल अधिकारियों के भ्रष्टाचार के कारण रायबरेली जेल का एक वीडियो वायरल हो गया कि किस प्रकार जेलों में अपराधियों को प्रतिबंधित सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।

जेल से पुलिस को बरामद हुआ सिर्फ एक लाइटर 

जिला जेल में प्रशासन ने छापा मारा है। छापा मारने वालों डीएम और एसपी हैं, जिन्होंने जेल में आरामगृह होने की सूचना पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान जेल से पुलिस को सिर्फ एक लाइटर ही बरामद हुआ है।

वीडियो में दिख रहा है ऐसा नजारा

वीडियो में दिख रहा शख्स शार्पशूटर अंशु दीक्षित है, जिसे वर्ष 2014 में गोरखपुर में एसटीएफ टीम के तत्कालीन सीओ विकास चन्द्र त्रिपाठी के नेतृत्व में पकड़ा गया था। भोपाल में इसको पकड़ने गई टीम के उपनिरीक्षक संदीप मिश्रा को गोली मार कर फरार हुआ था। यह कई हाईप्रोफाइल मर्डर कर चुका है।

वायरल वीडियो में अपराधी जेल अधीक्षक को 10 हजार और डिप्टी जेलर को पांच हजार रुपए देने की बात कर रहे हैं। मामला पता चलते ही संबंधित अपराधियों का तबादला अन्य जेलों में करने की बात की जा रही है। साथ ही मामले में सदर थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।

मामले में बैठाई गई है जांच 

डीआईजी जेल का कहना है कि मामले में जांच बैठाई गई है, लेकिन तीन-चार दिन पुराना मामला होने के बाद भी ना तो अभी तक रिपोर्ट आई है और ना ही किसी के खिलाफ कार्यवाही की गई है। मामले के बारे में पक्ष लेने के लिए एडीजी जेल पीके मिश्र और जेल राज्य मंत्री जय कुमार सिंह जैकी को फोन किया गया तो उन्होंने फोन रीसिव नहीं किया।

 

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