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छत्तीसगढ़ में पति-पत्नी का कमाल, नंबर-1 और नंबर-2 बन कर रचा इतिहास

छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग के घोषित परीक्षा परिणामों में इस वर्ष एक नया कीर्तिमान बना है। देश में संभवत:...
छत्तीसगढ़ में पति-पत्नी का कमाल, नंबर-1 और नंबर-2 बन कर रचा इतिहास

छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग के घोषित परीक्षा परिणामों में इस वर्ष एक नया कीर्तिमान बना है। देश में संभवत: ऐसा पहली बार हुआ है, जब पति-पत्नी ने साथ में इस परीक्षा की तैयारी करके प्रदेश लोकसेवा परीक्षा में टॉप किया है। परीक्षा परिणाम में पति अनुभव सिंह टॉपर हैं, जबकि पत्नी विभा सिंह ने सेकेंड टॉपर का खिताब हासिल किया है।

बिलासपुर में रह कर परीक्षा की तैयारी कर रहे थे अनुभव सिंह

अनुभव सिंह रायपुर के रहने वाले हैं और लंबे समय से बिलासपुर में रह कर परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। इस सफलता के लिए दोनों ने कड़ा संघर्ष किया। बिल्हा पंचायत में एडीओ उनकी पत्नी विभा सिंह भी पीसीएस परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। बताया जाता है कि ऐसा शायद ही कभी हुआ हो कि देश की किसी भी लोक सेवा परीक्षा में पति-पत्नी ने एक साथ टॉप किया हो।

2008 से पीएससी की तैयारी कर रहे हैं अनुभव और उनकी पत्नी

अनुभव सिंह और उनकी पत्नी विभा 2008 से पीएससी की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी। लंबे संघर्ष के बाद जब उन्हें सफलता मिली तो परिजनों में भी खुशी का ठिकाना नहीं है। अनुभव सिंह को 300 में से 278 और विभा को 268 अंक मिले हैं। वहीं, इंटरव्यू में उन्हें 30 में से 20 और 15 नंबर मिले हैं।

चार सरकारी नौकरी में सलेक्ट हुए लेकिन छोड़ दी नौकरी

कंप्यूटर साइंस से बीई करने वाले अनुभव (35) 2008 से अब तक लगभग 20 परीक्षाएं दे चुके। अनुभव चार सरकारी नौकरी में सलेक्ट हुए लेकिन छोड़ दी। विभा वर्तमान में जनपद पंचायत बिल्हा में एडीईओ हैं। वे भी 2008 से पीएससी की तैयारी कर रही हैं।

पत्नी विभा ने जॉब करते हुए सीएमओ की तैयारी कर दूसरा स्थान हासिल किया

मीडिया से बातचीत के दौरान 35 वर्षीय अनुभव ने बताया कि उनकी पत्नी विभा ने जॉब करते हुए सीएमओ की तैयारी की और दूसरा स्थान हासिल किया। विभा भी अब तक 10 से ज्यादा एग्जाम दे चुकी हैं। मैं जब जॉब में था तो पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पा रहा था, इसलिए छोड़ दी। कई लोगों ने कहा कि बीवी काम कर रही है और ये घर में बैठकर पढ़ रहा है। मैं सबको अनदेखा कर पढ़ाई पर फोकस करता रहा। पत्नी और परिवार वाले हर कदम पर हौसला बढ़ाते।

पहले वह दोनों कोचिंग से पढ़ाई कर रहे थे

अनुभव का कहना है कि पहले वह दोनों कोचिंग से पढ़ाई कर रहे थे। एक साल से उन्होंने स्ट्रेटजी बदली और हिंदी ग्रंथ अकादमी की किताबों से पढ़ाई शुरू की। इनसे नोट्स भी खुद तैयार किए। ऑनलाइन वीडियो देखे। पिछले सालों के पेपर के पैटर्न समझे। विभा रोज ऑफिस जाती, मैं नोट्स बनाता। फिर हम मिलकर पढ़ते। मैं सुबह 7 बजे उठता वो 5 बजे उठ जाती।

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