Advertisement

पुणे: वर्जिनिटी टेस्ट का विरोध करने वाली महिला को डांडिया समारोह से निकाला गया, FIR दर्ज

महाराष्ट्र में पुणे के पिंपरी-चिंचवाड़ इलाके में एक महिला को डांडिया समारोह में शामिल होने से रोक...
पुणे: वर्जिनिटी टेस्ट का विरोध करने वाली महिला को डांडिया समारोह से निकाला गया, FIR दर्ज

महाराष्ट्र में पुणे के पिंपरी-चिंचवाड़ इलाके में एक महिला को डांडिया समारोह में शामिल होने से रोक दिया गया। महिला का दोष सिर्फ इतना था कि वह कंजारभाट समुदाय के उस रिवाज का विरोध कर रही है, जिसमें शादी की रात के अगले दिन महिलाओं का वर्जिनिटी टेस्ट होता है। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

'मुझे कहा गया कि मैंने समुदाय का नाम खराब किया'

ऐश्वर्या तमैचिकर ने पिंपरी थाने में तहरीर देकर आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। सभी आरोपी जाट पंचायत के सदस्य हैं। इनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने महिला को समुदाय से बहिष्कार करने का फरमान सुनाया।

ऐश्वर्या ने बताया कि सोमवार को वह पिंपरी में एक डांडिया में हिस्सा लेने गई थी। यह डांडिया का समारोह जाट पंचायत द्वारा आयोजित किया गया था। जैसे ही वह यहां पहुंची और डांडिया खेलना शुरू किया, अचानक संगीत बंद कर दिया गया। उनकी मां वहां आईं और उनसे वहां से जाने को कहा।

ऐश्वर्या ने बताया, 'मैं पंडाल के पीछे आई लेकिन फिर भी संगीत शुरू नहीं हुआ। एक वृद्ध व्यक्ति ने घोषणा की कि अब डांडिया का समारोह तभी शुरू होगा जब कुछ लोग पंडाल के बाहर जाएंगे। उस समय वहां लगभग चार सौ लोग मौजूद थे लेकिन कोई भी मेरे समर्थन में नहीं आया। मैंने जैसे ही पंडाल छोड़ा संगीत शुरू हो गया। इससे साफ है कि समुदाय ने मेरा बहिष्कार कर दिया है। मुझे कहा गया कि मैंने कंजारभाट समुदाय का नाम खराब किया है।‘

महिला के पति ने कहा, यह परंपरा असंवैधानिक

महिला के पति विवेक तमैचिकर ने कहा कि हमने वर्जिनिटी टेस्ट की परंपरा का विरोध किया जो कंजारभाट समुदाय में आज भी प्रचलित है। इसकी वजह से मेरी पत्नी को समुदाय के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने से मना कर दिया गया। यह असंवैधानिक है।‘

एसीपी संतीश पाटील ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और उनकी तलाश की जा रही है।

शुरू किया गया था स्टॉप द वी टेस्ट कैंपेन

दो साल पहले एक दूसरी महिला ने इसके खिलाफ कैंपेन शुरू किया था। इस कैंपेन को ‘स्टॉप द वी टेस्ट’ नाम दिया गया था। दिसंबर 2017 और और इस साल जनवरी में यह कैंपेन फिर तूल पकड़ा जब ऐश्वर्या और उनके पति ने इस रिवाज का विरोध किया।

मई में पंचायत ने इस जोड़े का सामाजिक बहिष्कार कर दिया। जून में वह एक शादी में शामिल होने गई थी, वहां उसके ऊपर हमला हुआ। इस घटना के बाद ऐश्वर्या ने केस दर्ज कराया था और पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया था। बाद में आरोपियों को जमानत मिल गई थी।


अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad