Advertisement

झारखंड विधानसभा के पहले चरण में 64.44 फीसदी वोटिंग, पिछले चुनाव से एक फीसदी ज्यादा

झारखंड में शनिवार को 13 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण में 64.44 वोटिंग हुई। पिछले 2014 के चुनावों में यह 63.29...
झारखंड विधानसभा के पहले चरण में 64.44 फीसदी वोटिंग, पिछले चुनाव से एक फीसदी ज्यादा

झारखंड में शनिवार को 13 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण में 64.44 वोटिंग हुई। पिछले 2014 के चुनावों में यह 63.29 फीसदी थी, जो इस बार एक फीसदी अधिक है। नक्सली इलाकों में मतदाता सुबह से ही मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में कतार में नजर आए। इसके साथ ही झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, कांग्रेस के राज्य प्रमुख रामेश्वर उरांव और पूर्व मंत्री और भाजपा उम्मीदवार भानु प्रताप शाही समेत 189 उम्मीदवारों का फैसला ईवीएम में  बंद हो गया।

गुमला में पुल को उड़ाया

सबसे अधिक मतदान 71.47 प्रतिशत लोहरदगा में और सबसे कम 56.59 प्रतिशत चतरा सीट पर दर्ज किया गया। पहले चरण में कोई बड़ी घटना नहीं हुई। मतदान के दौरान गुमला जिले के बिष्णुपुर में घाघरा गांव के जंगल में नक्सलियों ने लोगों में डर पैदा करने के लिए एक पुल को उड़ा दिया। इस दौरान किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।

उपायुक्त शशि रंजन के अनुसार, इस घटना से मतदान प्रभावित नहीं हुआ। अपर पुलिस महानिदेशक एवं झारखंड चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के नोडल अधिकारी मुरारीलाल मीणा ने बताया कि हताश नक्सलियों ने मतदाताओं में भय पैदा करने के लिए बिशुनपुर के बानालाट और वीरानपुर के बीच जंगल में एक पुलिया के निकट यह विस्फोट किया।

मामूली झड़पें

डाल्टनगंज विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच मामूली झड़पें हुईं। कांग्रेस के उम्मीदवार के.एन. त्रिपाठी ने मतदान केंद्र में प्रवेश करने से रोकने के बाद अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर हवा में लहराई। चुनाव आयोग ने इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है और उसका लाइसेंस रद्द कर दिया है।

जिन 13 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें चतरा, लातेहार और छतरपुर (एससी के लिए आरक्षित), गुमला, बिशुनपुर, लोहरदगा, मणिका (सभी एसटी सीटें), पनकी, डाल्टनगंज, बिश्रामपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर शामिल है। इस चरण के लिए 37,78,963 मतदाताओं में से 19,79,991 पुरुष, 17,98,966 महिलाएं और पांच तीसरे लिंग के थे। 189 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 15 महिलाएं शामिल हैं। अधिकतम 28 उम्मीदवार भवनाथपुर में, और चतरा सीट पर न्यूनतम नौ उम्मीदवार थे।

हेलीकॉप्टर का किया इस्तेमाल

भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच किए गए चुनावों के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया था जिससे नक्सली इलाकों में अफसरों को एयरलिफ्ट और छोड़ने का काम किया गया। चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण में 4,892 बूथों में से, 4,585 ग्रामीण क्षेत्रों में और 307 शहरी क्षेत्रों में स्थित थे। इसमें से 121 सखी बूथ और 417 मॉडल बूथ थे। पहले चरण में 1,262 बूथों पर वेबकास्टिंग की सुविधा दी गई थी।

कई सीटों पर सीधा मुकाबला

भाजपा 12 सीटों पर लड़ रही है और एक सीट पर निर्दलीय का समर्थन कर रही है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), कांग्रेस, गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं। जिसमें राजद चार, जेएमएम छह और कांग्रेस तीन सीटों पर लड़ रही है। नौ सीटों पर, यह भाजपा और झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला था।

लोहरदंगा में तीन सीटों पर त्रिकोणीय में से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, पूर्व राज्य कांग्रेस प्रमुख, मौजूदा विधायक और अब भाजपा उम्मीदवार सुखदेव भगत और ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के उम्मीदवार निर्मल भगत के बीच मुकाबला है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad