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कोरोना से यूपी में दूसरे मंत्री व पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का निधन, इससे पहले मंत्री कमल रानी वरुण की हो चुकी है मौत

उत्तर प्रदेश में एक और मंत्री चेतन चौहान का अभी कुछ देर पहले वैश्विक महामारी कोरोना से निधन हो गया।...
कोरोना से यूपी में दूसरे मंत्री व पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का निधन, इससे पहले मंत्री कमल रानी वरुण की हो चुकी है मौत

उत्तर प्रदेश में एक और मंत्री चेतन चौहान का अभी कुछ देर पहले वैश्विक महामारी कोरोना से निधन हो गया। इससे पहले मंत्री रहीं कमल रानी वरुण का कोरोना से ही निधन हुआ था। योगी आदित्यनाथ सरकार के 73 वर्षीय कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान को लखनऊ से शनिवार को ही बेहद गंभीर हालत में गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था।
 
चेतन चौहान को राजधानी लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई से शनिवार को ही मेदांता भर्ती कराया गया था। वहां पर वह लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। बताया जाता है कि उनकी किडनी काम नहीं कर रही है। कोरोना से पॉजिटिव के कारण लम्बे समय से एसजीपीजीआई में भर्ती रहे चेतन चौहान की किडनी ने काम करना बंद कर दिया था। कोरोना वायरस से संक्रमित उत्तर प्रदेश के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान को 11 जुलाई को कोरोना के कारण भर्ती कराया गया था। क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान के पास सरकार में सैनिक कल्याण, होमगार्ड, पीआरडी और नागरिक सुरक्षा मंत्रालय हैं।
 
11 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनको एसजीपीजीआई में एडमिट कराया गया था। इसके बाद किडनी और ब्लड प्रेशर की समस्या शुरू हो गईं ऐसे में उन्हेंं वेंटिलेटर पर रखा गया था। अमरोहा से चेतन चौहान दो बार भाजपा के सांसद भी रहे हैं। चेतन चौहान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय भूमिका निभा रहे। चेतन चौहान भारतीय जनता पार्टी से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। 1991 और 1998 के चुनाव में वह भाजपा के टिकट अमरोहा से सांसद बने थे। वे अभी अमरोहा जिले की नौगांवा सादात विधानसभा के विधायक हैं।
 
चौहान योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे मंत्री हैं, जिनका कोरोना के कारण मृत्यु हुई है। इससे पहले दो अगस्त को प्रदेश सरकार की प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण का एसजीपीजीआई में निधन हुआ था। मंत्री कमलरानी को पहले से ही डायबिटीज, हाइपरटेंशन व थायराइड से जुड़ी समस्या थी। उनका ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो गया था। योगी आदित्यनाथ सरकार के लगभग आधा दर्जन मंत्री अभी भी लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती हैं। इनमें भर्ती रहे कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक को होम क्वारिंटीन के लिये कहा गया है। मंत्री  मोती सिंह और जय प्रताप सिंह स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट आए। परन्तु जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह, राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह व धर्म सिंह सैनी भी कोरोना संक्रमित थे।
 
ज्ञात हो कि अंर्तराष्ट्रीय क्रिकेटर रहे चेतन चौहान ने टीम इंडिया के लिए 1969 से 1978 के बीच 40 टेस्ट खेले थे। इनमें उन्होंने 31.54 की एवरेज से 2084 रन बनाए। उनका बेस्ट स्कोर 97 रन रहा। चेतन ने 7 वनडे में 153 रन बनाए। चौहान और सुनील गावस्कर की ओपनिंग जोड़ी 1970 के दशक में काफी सफल रही थी। दोनों ने मिलकर 10 शतकीय साझेदारियां कीं और 3 हजार से ज्यादा रन बनाए। चेतन घरेलू क्रिकेट में दिल्ली और महाराष्ट्र की टीम से खेले थे। उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच 25 दिसंबर 1969 में न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ खेला और 13 मार्च 1981 को अपना अंतिम टेस्ट मैच भी न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ खेला था। चौहान ने 40 टेस्ट मैचों में 31.57 की औसत से 2084 रन बनाए थे और 2 विकेट भी हासिल करने के साथ 16 अर्ध शतक लगाए। उनकी 97 रनों की पारी उच्च स्कोर की पारी रही थी। सात एक दिवसीय मैच में 21.85 की औसत से 153 रन और 46 अधिकतम स्कोर रहा। चौहान ने अपना पहला एक दिवसीय मैच एक अक्टूबर 1978 को पाकिस्तान टीम के खिलाफ खेला था।

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