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#MeToo: निर्माता-निर्देशक सुभाष घई के खिलाफ केस दर्ज, पत्रकार विनोद दुआ भी आए घेरे में

मशहूर निर्माता-निर्देशक सुभाष घई के खिलाफ अभिनेत्री केट शर्मा ने यौन-उत्पीड़न पर पुलिस केस दर्ज कराया...
#MeToo: निर्माता-निर्देशक सुभाष घई के खिलाफ केस दर्ज, पत्रकार विनोद दुआ भी आए घेरे में

मशहूर निर्माता-निर्देशक सुभाष घई के खिलाफ अभिनेत्री केट शर्मा ने यौन-उत्पीड़न पर पुलिस केस दर्ज कराया है। दो दिन पहले ही एक अन्य महिला ने घई पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके अलावा रविवार की सुबह एक पत्रकार और फिल्मकार ने वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ पर उत्पीड़न के आरोप लगाए।

विनोद दुआ पर भी लगे आरोप
देश भर में चल रहे #Me Too अभियान के तहत रोज एक के बाद एक कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पत्रकार और फिल्मकार निष्ठा जैन विनोद दुआ पर उत्पीड़न पर आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर कि साल 1989 में जामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद वे नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गई थीं। पत्रकार लेने वालों में जाने-माने पत्रकार विनोद दुआ भी थे। निष्ठा के शब्दों में, मैं विश्वास से भरी हुई थी। मुझे उम्मीद थी कि नौकरी मुझे मिल जाएगी। विनोद दुआ ने मुझसे सैलरी के बारे में पूछा मैंने जवाब दिया 5 हजार रुपये। इस पर विनोद दुआ ने कहा कि “तुम्हारी औकात क्या है?”

निष्ठा ने आगे लिखा है विनोद दुआ के इस व्यवहार ने उन्हें चकित कर दिया। वे रोते हुए घर पहुंची। हालांकि बाद में उन्हें किसी अन्य संस्थान में नौकरी मिल गई। लेकिन एक दिन ऑफिस से निकलते हए उन्होंने देखा कि विनोद दुआ अपनी गाड़ी में उनके ऑफिस के बाहर खड़े हैं। विनोद दुआ ने निष्ठा को गाड़ी में बैठने के लिए कहा। निष्ठा ने समझा कि विनोद दुआ अपने दुर्व्यवहार के लिए खेद जताना चाहते हैं लेकिन जब निष्ठा गाड़ी में बैठी तो दुआ ने उन्हें चूमने की कोशिश की। निष्ठा के अनुसार फिर कई दिनों तक विनोद दुआ ने उनका ‘पीछा’ किया।

विनोद दुआ ने अभी तक इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। दुआ द-वायर में वरिष्ठ पत्रकार हैं। इससे पहले द-वायर के संस्थापकों में शामिल सिद्धार्थ भाटिया पर भी मीटू अभियान में उत्पीड़न के आरोप लग चुके हैं।

घई पर ये हैं आरोप

केट शर्मा के अनुसार “6 अगस्त को उन्होंने मुझे अपने घर बुलाया, वहां पहले से 5-6 लोग मौजूद थे। उन्होंने मुझसे मसाज करने को कहा। मैंने उनका मसाज किया और हाथ धोने के लिए चली गई, लेकिन तभी सुभाष घई मेरे पीछे आए और मुझे एक कमरे में बात करने के लिए बुलाया, इस दौरान उन्होंने मुझे जबरदस्ती किस करने का कोशिश की।“

नाम न छापने की शर्त पर एक अन्य महिला ने कहा था कि वर्षों पहले उसने घई के साथ एक फिल्म में काम किया और वह उसमें कुछ ज्यादा ही रूचि लेने लगे और स्क्रिप्ट सेशन में वह अक्सर उसे अपने अपार्टमेंट में बुलाते। उसने दावा किया कि एक बार उन्होंने जबरन उसे चूम लिया था जबकि एक अन्य दिन घई ने उसे शराब पिलाई जिसमें नशीला पदार्थ मिला हुआ था। महिला ने कहा कि फिर से होटल के कमरे में ले जाया गया जहां अचेतावस्था में उसका यौन शोषण किया गया।

वहीं एक दिन सुभाष घई ने अपने ऊपर लगे रेप के आरोप को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इस तरह के आरोप से साफ इनकार किया था और कहा था कि ‘अगर वह ऐसा दावा करती है तो उसे अदालत में जाकर साबित करना चाहिए या तो न्याय होगा या निश्चित तौर पर मैं मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा’।

शिकायतों की जांच के लिए सरकार गठित करेगी कमेटी  
देश भर में #MeToo अभियान के तहत आ रहीं यौन शोषण की शिकायतों के बीच मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। शुक्रवार को ही महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने #MeToo के तहत आए मामलों की जांच करने के लिए एक कमेटी गठित करने की घोषणा की थी। वरिष्ठ न्यायविद् और कानून के पेशे से जुड़े लोग इसके सदस्य होंगे और सारे मामलों की जांच करेंगे।

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