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पद्मावतः स्कूल बस पर हमला, हिंसा के खिलाफ लोगों की तीखी प्रतिक्रिया

संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ के खिलाफ प्रदर्शन चरम पर है। सेंसर बोर्ड से लेकर सुप्रीम कोर्ट...
पद्मावतः स्कूल बस पर हमला, हिंसा के खिलाफ लोगों की तीखी प्रतिक्रिया

संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ के खिलाफ प्रदर्शन चरम पर है। सेंसर बोर्ड से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने इस फिल्म को रिलीज होने की अनुमति दे दी है। लेकिन एक स्वयंभू करणी सेना को यह फिल्म स्वीकार नहीं। लिहाजा अब फिल्म के विरोध के नाम पर सरेआम गुंडागर्दी और हिंसा का खेल चल रहा है। रोडजाम, आगजनी, तोड़फोड़, धमकी, उपद्रव और हिंसा की आग पूरे देश में फैल रही है।

कानून को धता बताकर फिल्म पद्मावत का विरोध करने वाले इस तरह उन्मादी हो गए हैं कि बच्चों से भरी बस पर भी उन्होंने हमला कर दिया। डरे सहमे बच्चे चीखते चिल्लाते रहे लेकिन उपद्रवियों के शोर-सराबे ने उनकी एक नहीं सुनी। बुधवार को कुछ उपद्रवियों ने गुरुग्राम में एक स्कूली बस पर हमला बोल दिया। गुरुग्राम के जीडी गोयनका स्कूल की  बस पर उपद्रवियों ने तब पथराव किया, जब उसमें बच्चे भी मौजूद थे। इस दौरान बस में कुछ बच्चों चोटें भी आईं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुग्राम के सोहना स्थित जीडी गोयनका वर्ल्ड स्कूल की बस करीब 22 बच्चों और तीन टीचर को लेकर शाम लगभग चार बजे भोंडसी की ओर आ रही थी। इस दौरान भोंडसी के पास उपद्रवियों ने रोडवेज की बस में तोड़फोड़ के बाद आग लगाई थी। पुलिस ने इन उपद्रवियों को यहां से खदेड़ा तो ये भाग निकले और सामने से आ रही स्कूल बस को जबरन रुकवा लिया और इस पर पथराव किया।

हालांकि करणी सेना इस हमले में खुद के होने से इंकार कर रही है। बच्चों पर हुए अटैक को लेकर लोगों में बहुत आक्रोश है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसके लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने ट्वीट किया कि बच्चों के खिलाफ हिंसा को किसी भी हालत में सही नहीं ठहराया जाएगा। हिंसा और नफरत कमजोर लोगों का हथियार है। भाजपा पूरे देश में आग लगाने के लिए हिंसा और नफरत का उपयोग कर रही है।

वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि हरियाणा में कानून व्यवस्था का फिर दीवाला निकला। गुडगांव में अराजक तत्वों द्वारा अबोध बच्चों की स्कूल बस पर खौफनाक हमला। रोडवेज़ की बस को किया आग के हवाले। शासन-प्रशासन का कहीं नहीं नामोनिशां। बच्चों व बेकसूर नागरिकों का क्या कसूर? फिर नाकारा साबित हुई खट्टर सरकार।

दिल्‍ली के उपमुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि आपकी पार्टी के लोग 'पावर ऑफ पत्थर' से स्कूली बच्चों का सिर फोड़ने में लगे हैं। उनकी इस हरकत ने लाखों ऐसे माता पिताओं की नींद उड़ा दी है, जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं। उन बच्चों को रात में नींद नहीं आई होगी, जिनकी स्कूल बस पर पत्थर पड़ा.. प्रधानमंत्री जी! कुछ करेंगे भी?

पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को तोड़फोड़ की इजाजत नहीं देती तो जो विरोध कर रहे हैं उनके साथ बैठकर इसे सुलझाया जाए।


भाजपा नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने ट्वीट किया, “गुड़गांव में बच्चों के साथ गुंडों ने जो किया, उससे एक भारतीय होने के नाते मेरा सिर शर्म से झुक गया। गवर्नेंस कहां है? या फिर सुरक्षित वोटबैंक की खातिर क्या ये मायने ही नहीं रखता?”

फिल्‍म अभिनेता फरहान अख्‍तर ने ट्वीट कर कहा कि स्कूल बस पर हमला एक आंदोलन नहीं है। यह आतंकवाद है और जिन लोगों ने यह किया वे आतंकवादी हैं।

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