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लॉकडाउन में दिल्ली से लेकर यूपी सरकार की ये है योजना, दावों से दूर जमीनी हकीकत

कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पूरा भारत साथ खड़ा नजर आ रहा है। इस वायरस के मद्देनजर कहीं पूरी तरह...
लॉकडाउन में दिल्ली से लेकर यूपी सरकार की ये है योजना, दावों से दूर जमीनी हकीकत

कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पूरा भारत साथ खड़ा नजर आ रहा है। इस वायरस के मद्देनजर कहीं पूरी तरह लॉकडाउन है तो कहीं कर्फ्यू लगा दिया गया है। लोगों से बार-बार घरों में रहने की अपील की जा रही है। पंजाब, महाराष्ट्र और चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस बीच लॉकडाउन की अवधि को और 21 दिन के लिए बढ़ाए जाने की घोषणा के बाद लोग परेशान दिखाई दे रहे हैं। 14 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ने की वजह से जरूरी सामान की आपूर्ति को लेकर लोग घबराए हुए हैं। हालांकि इस बीच सरकार लगातार लोगों से घरों में रहने की अपील करते हुए बार-बार यह दावा कह रही है कि आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं होने दी जाएगी और लोगों को उनके घरों तक आवश्यक वस्तुएं पहुंचाई जाएंगी, लेकिन सरकार के इन दावों के बीच जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। आइए जानते हैं कि लोगों तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए सरकार की क्या योजना है आखिर कैसे वह लोगों तक उनकी जरूरत का सामान पहुंचाएगी- 

ऐसे मिलेगा दिल्लीवासियों को जरूरी सामान

सबसे पहले बात करते हैं राजधानी दिल्ली की जहां कोरोना वायरस के अब तक 30 मामले सामने आए हैं, जिसकी वजह से लॉकडाउन कर दिया गया है। इस बीच दैनिक जरूरत की चीजों जैसे पेट्रोल पंप, गैस सेवाएं, बिजली, मेडिकल, कैमिस्ट, राशन की दुकानें, नर्सिंग होम, फल सब्जी की दुकानें खुली रहने की बात बार-बार कही जा रही है। लोग दुकानों पर जाकर सामान लेते हुए भी देखे जा रहे हैं। हालांकि सरकार के आदेशानुसार इस बीच एक साथ तीन से चार लोग दुकान पर खड़े नहीं हो सकते हैं। एक-एक करके या ज्यादा से ज्यादा दो लोग सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए एक साथ दुकान पर जाकर ही सामान ले सकते हैं। दो से ज्यादा संख्या में खड़े होने पर पुलिस उन्हें वापस भेज रही है। 

इस बीच गलियों में भी इक्के-दुक्के फल और सब्जी वालों को ठेले पर सामान लेकर घूमते हुए देखा जा रहा है। हालांकि उनका कहना है कि पुलिसवाले उन्हें सामान बेचने नहीं दे रहे हैं, डंडे मार रहे हैं। वहीं, सरकार के दावे की बात करें तो जरूरी सामानों की डिलीवरी की अभी तक ऐसी कोई सुविधाएं जमीनी तौर पर देखने को नहीं मिल रही हैं। हालांकि मंगलवार को अपने संबोधन में पीएम मोदी ने यह कहा जरूर था कि आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई के लिए उपाय किए गए हैं, लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है। 

केजरीवाल ने किया ई-पास जारी करने का ऐलान

वहीं, इसके साथ ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को ई-पास जारी करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि हम आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वालों के लिए पास जारी करेंगे। उन लोगों को ई-पास दिए जाएंगे, जिन्हें आवश्यक सेवाओं के लिए अपनी दुकानें और कारखाने खोलने की जरूरत है। साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने की बात कही है। बता दें कि दिल्ली में एक विदेशी सहित 30 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। वहीं,  पड़ोसी राज्य हरियाणा में 28 मामले सामने आए हैं जिनमें 14 विदेशी हैं।

पंजाब सरकार की ये है प्लानिंग

वहीं, पंजाब की बात करें तो राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने डिप्टी कमिश्नरों को कहा है कि विक्रेता के द्वारा किराना, दूध, फल और सब्जी जैसी आवश्यक वस्तुओ को घर-घर पहुंचाने को यकीन बनाया जाए। एस.डी.एम. या इलाके के मैजिस्ट्रेट की तरफ से रोज सुबह दूध, ब्रैड, बिस्कुट, अंडे और अन्य आवश्यक वस्तुओं को लोगों के घरों तक पहुंचाने के लिए रेहड़ी वालों की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू में पास के बिना किसी भी वाहन के चलने की इजाजत नहीं है। कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य में आम लोगों और खास कर कमजोर वर्गों की सभी जायज जरूरतों की पूर्ति के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

योगी सरकार की ये है योजना

वहीं, उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने पूरे सूबे को 27 मार्च तक के लिए लॉकडाउन कर दिया है। इस बीच  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिलाया है कि दवाओं सहित आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं होने दी जाएगी। लोगों से अधिक से अधिक समय घर के अंदर रहने की अपील की जा रही है। इस बीच योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रदेश के 23 करोड़ लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि हमारे पास सब्जियों, दूध, दवाओं आदि जैसी आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त भंडार है। आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए आप अपने घरों से बाहर न निकलें और सामाजिक दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि बुधवार से सब्जियों, दूध, फलों, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं को आपके दरवाजे पर पहुंचाया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि पुलिसवाले लोगों के घरों तक सामान पहुंचाएंगे और सामान पहुंचाने के स काम के लिए 10 हजार से अधिक वाहनों को भी चलाया जाएगा। लेकिन प्रदेश सरकार के इन दावों की बात करें तो ऐसा कुछ भी होता नहीं दिख रहा है।  

गुजरात में रखा जा रहा सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान

वहीं,गुजरात से भी एक फोटो वायरल हो रही है, जिसे पूर्व आईपीएस और पुडुचेरी की राज्यपाल किरण बेदी ने ट्वीट किया है। इस फोटो में लोग सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए दुकानदार से सामान ले रहे हैं। दुकानदार ने अपनी दुकान के बाद चूने से एक-एक मीटर की दूरी पर सर्किल बना रखा है, जिसमें खड़े होकर लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और दुकानदार से सामान ले रहे हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ये तस्वीरें

दरअसल, पीएम मोदी के 21 दिन और लॉकडाउन बढ़ाने के ऐलान के अगले दिन सोशल मीडिया पर कई तरह की फोटोज वायरल हो रही हैं, जिसमें देखा जा रहा है कि कई दुकानों के आगे चॉक के साथ तीन फुट की दूरी में सर्कल बनाए हुए हैं ताकि लोग आपस में एक साथ न जुड़े और लंबी लाइन न लगे व अपनी बारी के हिसाब से सामान लें। वहीं, कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों के बाहर सेनेटाइजर रखे हुए हैं ताकि सामान लेने से पहले लोग अपने हाथ सेनेटाइज कर सकें।

गृह मंत्रालय ने जारी की ये गाइडलाइन

केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए 15 हजार करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में देशवासियों की सेहत का ख्याल रखते हुए यह घोषणा की है। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए देश भर में 21 दिनों के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान जरूरी सेवाओं, प्रभावी उपायों और अपवादों के बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन में बताया गया है कि इन 21 दिनों के दौरान कौन सी सेवाएं चालू रहेंगी।

सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार, स्वास्थ्य सेवाओं पर रोक नहीं रहेगी और दवा की दुकानें यानी मेडिकल स्टोर, मेडिकल इक्विपमेंट की दुकानें, पैथ लैब और राशन की दुकानें इस दौरान खुली रहेंगी। यानी अस्पताल, डिस्पेंसरी, क्लीनिक, नर्सिंग होम इस दौरान खुले रहेंगे। यही नहीं लोगों को डॉक्टर के यहां पर जाने और अस्पताल से घर आने की भी छूट रहेगी। पेट्रोल, सीएनजी, एलपीजी, पीएनजी जैसी जरूरी सेवाओं पर भी रोक नहीं रहेगी।

देश भर में 500 के पार पहुंचा आंकड़ा

बता दें कि कोरोना वायरस का संक्रमण देश में तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक देश में इससे 11 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी में मौत का दूसरा मामला सामने आया। वहीं, तमिलनाडु में भी एक मौत हुई है। देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़कर 562 हो गई।

 

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